मुंबई। प्रो कबड्डी लीग के 19 जुलाई से शुरू होने वाले सातवें सत्र के लिए फ्रेंचाइजी टीमों ने 29 एलीट खिलाड़ियों को रिटेन किया है। रीटेन्ड खिलाड़ियों की संख्या पिछले सीज़न में 21 थी, जिसे आगामी सीज़न के लिए बढ़ाया गया है। रिटेन नहीं किये गए खिलाड़ी 8-9 अप्रैल को आयोजित नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे। टीमों की निरंतरता और स्थिरता बनाए रखने के उद्देश्य के साथ प्लेयर रीटेन्शन पॉलिसी को और अधिक सशक्त बनाया गया है। एलीट प्लेयर रीटेन्शन कैप को भी अधिकतम 4 के आंकड़े से बढ़ाकर अधिकतम 6 कर दिया गया है।
फ्रैंचाइज़ी ए, बी या सी में से किसी भी कैटेगरी से 6 एलीट खिलाड़ियों को अपनी टीम में बरकरार रख सकते हैं, जिसमें कैटेगरी ए और बी दोनों में से अधिकतम 2-2 खिलाड़ियों को बरकरार रखा जा सकता है। निरंतरता बनाए रखने के उद्देश्य के साथ लीग ने एक नई कैटेगरी भी पेश की है जिसमें एक फ्रेंचाइजी नए युवा खिलाड़ी को बरकरार रख सकती है, अगर ‘रीटेन्ड यंग प्लेयर्स’ कैटेगरी में उसका 2 साल का अनुबंध पूरा हो चुका हो। फ्रेंचाइजी 6 नए युवा खिलाड़ियों के मौजूदा कैप के अलावा इन रीटेन्ड यंग प्लेयर्स को अपने साथ जोड़े रख सकती है।रीटेन्ड यंग प्लेयर्स की सूची जल्द ही जारी की जाएगी।
टीम तमिल तलाईवास ने अजय ठाकुर को लगातार दूसरी बार अपने साथ बरकरार रखा है, साथ ही मंजीत चिल्लर भी इसी टीम के साथ जुड़े हुए हैं। अनुभवी खिलाड़ी जैसे रोहित कुमार(बेंगलुरू बुल्स), फैज़ल अत्रचली (यु मुम्बा), प्रदीप नरवाल (पटना पाइरेट्स), दीपक हुडा (जयपुर पिंक पैंथर्स), जोगिन्दर नरवाल (दबंग दिल्ली) और महिन्दर सिंह (बंगाल वारियर्स) अपनी-अपनी टीमों के साथ ही बने हुए हैं। वहीं खिलाड़ी जैसे पवन सहरावत (बेंगलुरु बुल्स), विकास खंडोला (हरियाणा स्टीलर्स), सचिन (गुजरात फार्च्यून जायन्ट्स), संदीप ढुल (जयपुर पिंक पैंथर्स) सभी ने पिछले खेलों में अपना लोहा मनवाया है और वे अपनी टीमों के साथ ही जुड़े हुए हैं।