बैंकॉक। थाई किक बॉक्सिंग मैच के दौरान 13 साल के अनूचा थासाको की मौत हो गई। आठ साल की उम्र से लगभग 170 बाउट्स में हिस्सा ले चुके अनूचा एक चैरिटी मैच के दौरान चोटिल हो गए, जिसके 2 दिनों के बाद ब्रेन हैमरेज के चलते उनकी मौत हो गई। किक बॉक्सिंग के जरिए अनूचा अपने परिवार का पेट पालते थे।
फिलहाल थाई संसद उस कानून की समीक्षा कर रही है, जिसमें 12 साल से कम उम्र के बच्चों द्वारा इस तरह के मैचों में खेलने पर प्रतिबंध की बात कही गई है। अनूचा ने बाउट के दौरान हेडगार्ड नहीं पहना हुआ था। मैट पर गिरने से पहले उनके सिर पर कई बार पंच भी लगे, जिसके चलते गंभीर इंजरी हो गई। सोशल मीडिया पर मैच रैफरी के रवैये पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं, जिन्होंने बाउट को जल्द रोका नहीं। दर्शकों का कहना है कि रैफरी यदि मैच को समय से रोक देते तो शायद ये हादसा न होता।
जान लेना नहीं थी मंशा
मुकाबले में अनूचा के 14 वर्षीय प्रतिद्वंदी का कहना है कि किसी की जान लेना उनकी मंशा नहीं थी। इस अनूचा की मौत से वह काफी दुखी हैं। साथ ही उन्होंने अनूचा के परिवार के लिए उस मैच के दौरान पहने शॉर्ट्स की नीलामी की भी योजना बनाई है।
ये है किक बॉक्सिंग
किकबॉक्सिंग एक फाइटिंग कला है। ये खेल मुक्केबाजी, मय थाई, और कराटे के मिश्रण से बना है। किकबॉक्सिंग क्लास में लड़ाई के इन मिश्रित बुनियादी गुरों को म्युजिक के साथ किया जाता है, ताकि इनसे एक कमाल का कार्डियोवैस्कुलर व स्ट्रेंथ वर्कआउट बनाया जा सके।