लंदन। भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा आॅलराउंडर हार्दिक पांड्या ने कहा है कि देश के महान आॅलराउंडर कपिल देव के साथ उनकी तुलना करना ठीक नहीं है। इंग्लैंड के खिलाफ नॉंिटघम में तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन रविवार को 28 रन देकर मेजबान टीम की पहली पारी में पांच विकेट लेने वाले हार्दिक अपनी तुलना कपिल देव से करने के खिलाफ हैं। हार्दिक चाहते हैं कि दुनिया उन्हें उनके नाम से ही जाने और वह कपिल देव नहीं बनना चाहते।
पांड्या ने दिन के खेल के बाद कहा - समस्या यह है कि आप एक खिलाड़ी की तुलना दूसरे से करते हैं लेकिन अचानक अगर कुछ गलत हो जाता है, तो लोग कहते हैं कि अरे यह तो उसकी (कपिल देव) तरह नहीं है। मैं कभी भी कपिल देव नहीं बनना चाहता था। मुझे हार्दिक पांड्या ही रहने दें। भारतीय आॅलराउंडर ने कहा - मैं हार्दिक पांड्या रहकर खुश हूं। मैं अब तक 40 एकदिवसीय मैच और 10 टेस्ट मैच खेलकर यहां तक पहुंचा हूं और यह मैंने हार्दिक पांड्या रहकर ही किया है न कि कपिल देव बनकर। वह अपने युग में महान रहे। मुझे हार्दिक पांड्या ही रहने दें। मेरी किसी से तुलना करना बंद करें। मुझे खुशी होगी।
पांड्या ने अपने आलोचकों को जवाब देते हुए पहली बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पांच विकेट लिए। उनके इस बेहतरीन प्रदर्शन से भारत के पास अब तेज पिचों पर तीसरे तेज गेंदबाज को खिलाने का विकल्प खुल गया है। आलोचकों को लेकर पांड्या ने कहा, " सबसे पहले तो मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मैं आलोचकों के लिए नहीं खेलता हूं। मैं अपने देश के लिए खेलता हूं। मुझे कोई परवाह नहीं कि वे क्या कहते हैं। मेरी आलोचना करना उनका काम है। मेरा काम अपने देश के लिए खेलना है और मैं वही कर रहा हूं। मेरी टीम मुझसे खुश है।