कराची। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) के संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन प्रक्रिया के खिलाफ टिप्पणी करने को लेकर अपने हरफनमौला खिलाड़ी मोहम्मद हफीज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
837 साल के हफीज के गेंदबाजी एक्शन को तीन साल में तीसरी बार आइसीसी से हरी झंडी मिली है। उन्हें एक मई को फिर से गेंदबाजी करने की अनुमति दी गई है। हफीज ने बीबीसी ऊर्दू को दिए एक साक्षात्कार में गेंदबाजी एक्शन में नियमों के लागू करने के आइसीसी के तरीकों पर नाराजगी जताई थी।
हफीज ने कहा था कि, 'इस मामले के पीछे कई लोग हैं जो ये सारा खेल रच रहे हैं। लोग इसमें कई तरह से अपने-अपने फैसले ले रहे हैं और साथ ही बोर्ड के कुछ लोग अपनी ताकत का भी इस्तेमाल करते हुए इन सब में फेरबदल कर रहे हैं। अनुभवी आॅलराउंडर ने आगे कहा था, 'क्यों न एक नियम ही बना दिया जाये, जिसके चलते हर गेंदबाज को पहले से इसके बारे में सूचना मिल जाए, लेकिन ऐसा होता नहीं है और सेलेक्शन के समय अलग-अलग नियम बना दिए जाते हैं।
हफीज ने आगे कहा था कि, 'जब मुझे पता चला कि मेरा हाथ बॉलिंग लिमिट के 15 डिग्री के दायरे से ज्यादा चला जाता है तो एक बार के लिए तो मरे पैरों तले जमीन खिसक गई। दुनिया में ऐसे बहुत से गेंदबाज है जिनका हाथ आइसीसी के नियमों का उलंघन करते हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं करता हैं।'
इसके साथ ही हफीज ने कहा कि इसमें कई क्रिकेट बोर्डों की पावर भी भूमिका अदा करती है। आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, कईयों के प्रति उदार रवैया अपनाया जाता है। हर गेंदबाज को टेस्टिंग प्रक्रिया से गुजारा जाए इसमें दिक्कत क्या है। मेरे कोहनी के 16 डिग्री पर आपत्ति होती है जबकि कईयों की 35 डिग्री भी मैच रेफरी को नजर नहीं आती।