उज्जैन। उज्जैन में एक माह तक चलने वाले सिंहस्थ कुंभ मेले के तीसरे एवं अंतिम ‘शाही स्नान’ का शनिवार तड़के शुभारंभ हो गया। विभिन्न अखाड़ों के नगा साधुओं ने हर-हर महादेव के घोष के साथ पवित्र क्षिप्रा नदी में स्नान करके इसकी शुरूआत की।
इस अवसर पर पवित्र स्नान करने के लिए देश के कई हिस्सों से जन सैलाब उमड़ पड़ा है। उज्जैन की सभी सड़कें श्रद्धालुओं से पटी पड़ी हैं और पवित्र स्नान के उद्देश्य से क्षिप्रा नदी के तट पर पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मची है। एक माह लंबे चले इस सिंहस्थ कुंभ का आज आखिरी दिन है।
पवित्र स्नान के लिए रामघाट को सजाया गया है, जहां जूना, अग्नि और आह्वान अखाड़ों के नगा साधु अपने-अपने ध्वज, ईष्टों एवं पारंपरिक प्रतीकों के साथ तड़के से ही शाही स्नान कर रहे हैं। लोग देश में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक भगवान महाकाल के दर्शन कर रहे हैं।
देश-विदेश से पहुंचे लाखों श्रद्धालु
सदी के दूसरे सिंहस्थ का तीसरा व अंतिम शाही स्नान शुक्रवार रात 12 बजे से शुरू हो गया। स्नान के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे हैं। चारों दिशाओं से श्रद्धालुओं के आने का क्रम जारी भी है।
स्नान के लिए तय गाइडलाइन
शाही स्नान के लिए तय समयसीमा का पालन सभी करेंगे।
शाही स्नान के लिए जाते समय जुलूस में वाहनों की संख्या कम से कम रखेंगे।
जुलूस में भक्तों की संख्या भी सीमित रखी जाएगी।
हो सके तो महामंडलेश्वर भी अलग से ना आते हुए अखाड़ों के साथ ही शाही स्नान करें।
जुलूस में बिना नंबर और बगैर आईडी कार्ड के कोई वाहन या श्रद्धालु शामिल न हो।
अंतिम शाही स्नान के कारण सभी ट्रेन और फ्लाइट फुल
सिंहस्थ के कारण इंदौर से रवाना होने वाली लगभग सभी ट्रेन शुक्रवार को फुल रवाना हुर्इं। यही हाल फ्लाइट का भी रहा। शनिवार को भी इंदौर से दिल्ली और मुंबई की अधिकांश फ्लाइट फुल हैं। रेलवे द्वारा सिंहस्थ के लिए बड़ी संख्या में स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं।