उज्जैन। करीब डेढ़ हजार नागाओं को गुरुवार को संन्यास दीक्षा दी गई। पूरी प्रक्रिया सुबह से देर रात तक संपूर्ण करवाई गई। ये सभी नागा श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े में शामिल हुए हैं।
संन्यास दीक्षा देने के तहत इन नागाओं को मुंडन, पिंडदान, विजया हवन, प्रवेश मंत्र व स्नान आदि की प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा। यह दीक्षा 13,14,16 व 4 मढ़ी में दी गई। लंगोट, भभूत, कंठी, चोटी और भगवा गुरु ये पांच ऐसे कर्म हैं जो अब इन नागाओं को हमेशा करते रहना पड़ेंगे और प्रत्येक कर्म के एक-एक मिलाकर कुल पांच गुरुओं की आज्ञाओं का पालन इन्हें करते रहना पड़ेगा।