विघ्नहर्ता भगवान गणेश जी बुद्धि के देवता हैं। बुद्धि से सही समय पर सही निर्णय लेकर जीवन की बड़ी-बड़ी परेशानी का हल निकाल कर बुरा समय को भी अच्छा समय मे बदला जा सकता है। गणेश रुद्राक्ष भगवान गणपति जी का रूप है, इस धारण करने से व्यक्ति का मानसिक संतुलन काफी ठीक रहता है और वह परेशानी मे बिना घबराए सही निर्णय लेता है। ज्योर्विद बताते हैं कि जन्मपत्री मे चतुर्थ भाव से व्यक्ति का बुद्धि और मानसिक स्थिति भी देखा जाता हैं।
जन्मपत्री मे जब भी किसी कारण से चतुर्थ भाव पीड़ित हो तो व्यक्ति सही तरह से अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं कर पाता है। हाथों मे मस्तिष्क रेखा बुद्धि और सही निर्णय के निर्धारण मे महत्वपूर्ण भूमिका को व्यक्त करती है। जब मस्तिष्क रेखा का उद्गम मंगल पर्वत से होकर जीवन रेखा को छूता हुआ चंद्र पर्वत की तरफ होता है। ऐसा व्यक्ति सनकी और अस्थिर विचारों वाला होता है। सही समय पर सही निर्णय नहीं लेता है। धर्म शास्त्रों के अनुसार ओम का जाप करने से व्यक्ति का मानसिक संतुलन ठीक रहकर वह सही निर्णय लेता है और परेशानी से भी मुक्ति मिलती है। -इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य व सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।