मोर के विषय में माना जाता है कि यह पक्षी किसी भी स्थान को बुरी शक्तियों और प्रतिकूल चीजों के प्रभाव से बचाकर रखता है। यही वजह है कि अधिकांश लोग अपने घरों में मोर के खूबसूरत पंखों को लगाते हैं। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि भले वैश्विक स्तर पर लोगों का यह मानना हो कि मोर पंख नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखता है लेकिन मोर पंख की जितनी महत्ता भारत के लोगों के लिए है शायद वह किसी अन्य देश के लोगों के लिए ना हो।
इंद्र देव का मोरपंख के सिंहासन पर बैठना, कृष्ण का अपने मुकुट पर मोरपंख को स्थान देना, यहां तक पौराणिक काल में महर्षियों द्वारा इसी
मोरपंख की कलम बनाकर बड़े-बड़े ग्रंथ लिखना आदि कुछ ऐसे मुख्य उदाहरण हैं, जो मोरपंख की उपयोगिता को स्वत: बयां करते हैं।
हालांकि 20वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में पश्चिमी देशों के लोग मोरपंख को दुर्भाग्य का सूचक भी मानते थे। हम आपको बताते हैं कि क्या कारण है जो मोर के खूबसूरत पंखों को भाग्य के साथ जोड़ा जाता है और कैसे ये आपके जीवन में “लक” लेकर आते हैं!
ग्रीक पौराणिक कथाओं के अनुसार मोर को ‘हेरा’ के साथ संबंधित किया जाता है। मान्यता के अनुसार आर्गस, जिसकी सौ आंखें थीं, उसके द्वारा हेरा ने मोर की रचना की। यही वजह है कि ग्रीक लोग मोर के पंखों को स्वर्ग और सितारों की निगाहों के साथ जोड़ते हैं।
हिंदू धर्म में मोर को धन की देवी लक्ष्मी के साथ जोड़कर देखा जाता है। लक्ष्मी सौभग्य, खुशहाली, विनम्रता और धैर्य का प्रतीक मानी जाती हैं इसलिए लोग मोर के पंखों का प्रयोग लक्ष्मी की इन्हीं विशेषताओं को हासिल करने के लिए करते हैं।
एशिया के बहुत से देशों में मोर के पंखों को अध्यात्म के साथ संबंधित किया जाता है। क्वान-यिन जो कि अध्यात्म का प्रतीक है। मोर से खास रिश्ता माना गया है। क्वान-यिन प्रेम, साख, धैर्य और लगाव का सूचक है। इसलिए संबंधित देशों के लोगों के अनुसार मोर पंख से नजदीकी अर्थात क्वान-यिन से समीपता होती है।
बौध्द धर्म के अनुसार मोर अपनी पूंछ फैलाकर अपने सारे पंखों को खोल देता है, इसलिए उसके पंख खुलेपन अर्थात जहां विचारों की कमी ना हो, व्यक्तियों के दिल में हर किसी के लिए प्रेम और सानिध्य हो, जैसे हालातों को दर्शाते हैं।
ईसाई धर्म में मोर के पंख, अमरता, पुनर्जीवन और अध्यात्मिक शिक्षा से संबंध रखते हैं। इस्लाम धर्म में मोर के खूबसूरत पंख जन्नत के दरवाजे के बाहर अद्भुत शाही बगीचे का प्रतीक माने जाते हैं।
वैसे जो लोग मोर के पंखों से जुड़ी उपरोक्त बातों से बिल्कुल परिचित नहीं हैं वे भी अपने घरों में मोर के पंख इसलिए रखते हैं क्योंकि बहुत से लोग यह मानते हैं कि घरों में मोरपंख रखने से कीड़े-मकोड़े घर में दाखिल नहीं होते।