हाथों में रेखाओं के दोष से व्यक्ति को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिषाचार्य दोष को कम करने के लिए तमाम उपाय बताते हैं। लेकिन मुद्राओं से भी हस्तरेखा दोष खत्म किया जा सकता है। जानिए जीवन रेखा, शनि और बुध दोष को मुद्राओं के माध्यम से कैसे दूर किया जा सकता है।
जीवन रेखा का दोष निवारण- यदि जीवन रेखा दोषपूर्ण हो तो जातक के जीवन में अनेक दुर्घटना एवं शारीरिक बीमारी उत्पन्न करती है। ऐसी स्थिति में कनिष्ठा और अनामिका को अंगूठे से मिलाकर मुद्रा बनाएं। इस मुद्रा को करने से शुक्र पर्वत, मंगल पर्वत, जीवन रेखा और बुध रेखा का दोष नष्ट होता है। इसके परिणाम अच्छे मिलते हैं।
शनि दोष निवारण- यदि शनि पर्वत में या शनि रेखा में दोष हो तो तर्जनी को मोड़कर उसे शुक्र पर्वत पर लगाएं। शेष सभी अंगुलियां और अंगूठा अलग रखें। यह मुद्रा शनि रेखा एवं शनि पर्वत के दोष को नष्ट करती है तथा अनेक बीमारियों से रक्षा करती है।
बुध दोष निवारण- यदि बुध रेखा अथवा बुध पर्वत में कोई दोष हो तो उसके निवारण हेतु बाएं हाथ की तर्जनी का शिरा दाएं हाथ के तर्जनी और मध्यमा से जोड़ें। यह मुद्रा करने से बुध दोष नष्ट होता है। पेट अथवा शरीर के किसी भाग में गैस एकत्र होने पर भी इस मुद्रा द्वारा लाभ पाया जा सकता है। यदि रेखाओं में दोष न हो तो भी मुद्राओं को दो-चार मिनट किया जा सकता है। इससे शरीर में अनेक बीमारियों का शमन होता है।