कुंडली में ग्रहों की स्थिति व्यक्ति के जीवन में सुख और दुःख दोनों दोनों पहुंचाती है। अगर कुंडली में ग्रह ठीक युति में है तो सब काम ठीक होते हैं, लेकिन ग्रहों की गलत दशा से दिक्कत हो सकती है। ऐसे में हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार कुछ उपायों को जीवन में लाकर हम कुंडली में ग्रहों की खराब दशा को भी ठीक कर सकते हैं। जानिए ग्रहों की खराब स्थिति में ये ऐसे कौनसे छोटे-छोटे उपाय हैं उनको करने के बाद बहुत लाभ मिलेगा। सूर्य सफलता के कारक हैं। उनकी पूजा करने से व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता हासिल होती है और उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें अर्घ्य देने का बहुत महत्व है। इसके अलावा सूर्य देव से संबंधित वस्तुओं का दान, उनके मंत्रों का जाप और उनसे संबंधित वस्तुओं से स्नान, सूर्य देव को प्रस्न्न करने के उपायों में शामिल है। कुंडली में सूर्य दोष को कम करने या सूर्य की शांति के लिए पांच नियमों का पालन करना जरूरी होता है।
वेश-भूषा एवं जीवन शैली से जुड़े सूर्य ग्रह शांति के उपाय
सूर्य ग्रह शांति के लिये उपाय
लाल और केसरिया रंग के वस्त्र धारण करें।
पिता जी, सरकार एवं उच्च अधिकारियों का सम्मान करें।
प्रातः सूर्योदय से पहले उठें और अपनी नग्न आँखों से उगते हुए सूरज का दर्शन करें।
विशेषतः सुबह किये जाने वाले सूर्य के उपाय
भगवान विष्णु की पूजा करें।
सूर्य देव की पूजा करें।
भगवान राम की पूजा करें।
आदित्य हृदय स्तोत्र का जाप करें।
सूर्य देव के लिये व्रत
सूर्य देव का आशीर्वाद पाने हेतु रविवार को व्रत धारण किया जाता है।
सूर्य ग्रह शांति के लिये दान करें
सूर्य ग्रह से संबंधित वस्तुओं का दान रविवार को सूर्य की होरा और सूर्य के नक्षत्रों (कृतिका, उत्तरा-फाल्गुनी, उत्तरा षाढ़ा) में प्रातः 10 बजे से पूर्व किया जाना चाहिए।
दान करने वाली वस्तुएँ: गुड़, गेहूँ, तांबा, माणिक्य रत्न, लाल पुष्प, खस, मैनसिल आदि।
सूर्य ग्रह के लिए रत्न
वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह के लिए रूबी माणिक्य को धारण किया जाता है। यदि किसी जातक की सूर्य प्रधान राशि सिंह है तो उसे माणिक्य रत्न को पहनना चाहिए।
श्री सूर्य यंत्र
सूर्य ग्रह शांति के लिए रविवार के दिन सूर्य यंत्र को सूर्य की होरा एवं इसके नक्षत्र में धारण करना चाहिए।
सूर्य के लिये जड़ी
सूर्य देव का आशीर्वाद पाने के लिए बेल मूल धारण करें। इस जड़ को रविवार के दिन सूर्य की होरा अथवा सूर्य के नक्षत्र में धारण करना चाहिए।
सूर्य के लिये रुद्राक्ष
सूर्य के लिए 1 मुखी रुद्राक्ष / 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक होता है।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने के लिए मंत्र:
ॐ ह्रीं नमः।
ॐ यें हं श्रों ये।।
तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने हेतु मंत्र:
ॐ क्लीं नमः।
ॐ रें हूं ह्रीं हूं।।
बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करने हेतु मंत्र:
ॐ क्रों श्रों रों नमः।
ॐ ह्रीं श्रीं घृणि श्रीं।।
सूर्य मंत्र
सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए आप सूर्य बीज मंत्र का जाप कर सकते हैं। मंत्र - ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः।
वैसे तो सूर्य बीज मंत्र को 7000 बार जपना चाहिए परंतु देश-काल-पात्र सिद्धांत के अनुसार कलयुग में इस मंत्र का (7000x4) 28000 बार उच्चारण करना चाहिए।
आप इस मंत्र का भी जाप कर सकते हैं - ॐ घृणि सूर्याय नमः!