पांच अमृत को मिला कर बनता है पंचामृत। कहा जाता है कि देवताओं को पंचामृत काफी प्रिय होता है। विष्णु, शिव, सूर्य, दुर्गा और गणेश को पंचामृत अत्यंत प्रिय है। दूध, दही और घी, शहद, शक्कर को मिलाकर बनाया जाता है पंचामृत। हर पूजा में पंचामृत बनाया जाता है। ज्योतिषियों की मानें तो कहा जाता है कि पंचामृत बनाकर पूजा की जाती है तो देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। भगवान शिव का अभिषेक भी पंचामृत से किया जाता है। यहां हम आपको बता रहे हैं पंचामृत में इन चीजों को क्यों मिलाया जाता है।
दूध
कहा जाता है कि पंचामृत में दूध मिलाने से अच्छी संतान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इससे पद-प्रतिष्ठा मिलती है और इससे स्वास्थ्य लाभ भी मिलता है और किसी भी तरह की बीमारी नहीं होती है।
दही
पंचामृत में दही को मिलाने से अच्छी सेहत, अच्छी वाणी, खूबसूरती और सुख-शांति मिलती है। कहा जाता है कि पंचामृत में दहील बेहद जरूरी है।
घी
पंचामृत में घी को इसलिए मिलाया जाता है जिससे घर में धन-संपत्ति रहे। ज्योतिषियों के मुताबिक बिजनेस में सफलता और लक्ष्मी की कृपा के लिए पंचामृत में घी को मिलाया जाता है।
शहद
पंचामृत में शहद को मिठास का प्रतीक है। कहा जाता है कि इसे मिलाने से कर्ज से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा बेरोजगारी गरीबी से भी मुक्ति मिलती है।
शक्कर
ज्योतिषियों के अनुसार शहद मिलाने से शादी में आ रही रुकावट दूर होती है, बुद्धि तेज होती है और खोया हुआ मान-सम्मान मिलता है।