हस्तरेखा अध्ययन ज्योतिष की कई विद्याओं में से एक है। हाथों की रेखाओं से किसी भी व्यक्ति का स्वभाव मालूम हो सकता है। व्यक्ति के भूत, भविष्य और वर्तमान की जानकारी मिल सकती है। करियर से जुड़ी बातें भी हस्तरेखा से मालूम हो जाती है। यहां जानिए हथेली के कुछ विशेष योग जो बताते हैं कि व्यक्ति डॉक्टर या वैद्य बनेगा या नहीं...
जिसके हाथ के मंगल व बुध पर्वत उच्च हों, उंगलियां लंबी, आगे से गोल, पतली या चपटी हो। साथ ही, सभी उंगलियों का दूसरा भाग भरा हुआ दिखाई दे रहा हो और बुध पर्वत पर तीन-चार खड़ी रेखाएं हों, हथेली मजबूत हो, सूर्य रेखा तथा मस्तिष्क रेखा भी गहरी हो तो व्यक्ति डॉक्टर बनता है।
जिसके हाथ में सूर्य रेखा श्रेष्ठ हो, बुध पर्वत उच्च हो और उस पर छोटी-छोटी तीन खड़ी रेखाएं हों, उंगलियां लंबी हों, उंगलियों का प्रथम भाग भी भरा हुआ हो, हृदय रेखा, मस्तिष्क रेखा भी श्रेष्ठ हो, चंद्र और शुक्र पर्वत समान हो तो व्यक्ति किसी विशेष रोग का विशेषज्ञ होता है।
ल्ल जिसके हाथ का मध्य भाग भरा हुआ हो, उंगलियों का आगे वाला भाग मोटा हो तथा सूर्य रेखा भी श्रेष्ठ हो तो व्यक्ति पशु चिकित्सक बनता है।
ऐसे बचें अशांति से
यह बहुत सीधी-सी बात है कि भीड़ में सही और गलत को छांटना मुश्किल हो जाता है। भीड़ में जो लोग होते हैं उनका अपना कोई विवेक नहीं होता और इसीलिए जब-जब आप भीड़ से घिरे हुए होंगे, अपने आप को अशांत पाएंगे। किसी की योग्यता टटोलना हो, कोई जिम्मेदारी सौंपनी हो तो उसे भीड़ से निकालकर अकेले में लाना पड़ता है। मनुष्य अकेला हो तो आप उसकी जिम्मेदारी तय कर सकते हैं।
मनुष्यों की भीड़ की कहानी तो स्पष्ट है ही, लेकिन विचारों की भीड़ भी यही परिणाम देती है। हमारे भीतर जो विचार भीड़ की तरह आ जाते हैं, लगातार आने लगते हैं, धक्का-मुक्की करते हैं तो हम भ्रम में पड़कर गलत की ओर चलने लगते हैं, अशांत हो जाते हैं। हमारे साथ ज्यादातर मौकों पर ऐसा ही होता है। लगता है जैसे विचारों का रेला चला आ रहा हो। अब ऐसे में आप किस विचार को जिम्मेदार ठहराएंगे अच्छे काम के लिए। कैसे चयन करेंगे कि कौन-सा विचार आपको सफलता दिला सकता है, क्योंकि भीड़ में से छांटना बड़ा मुश्किल हो जाता है।
एक प्रयोग करते रहिएगा। कई बार ऐसा होता है कि हम काम की चीज को कचरे में फेंक देते हैं और हमारे आस-पास कचरा पड़ा रहता है। विचारों के कचरे को भी रोज-रोज साफ करते रहिए। सप्ताह में कोई एक दिन तय कर लें और इस कचरे की सफाई करें। लेकिन यदि यह सफाई नहीं की तो एक दिन विचारों की यह भीड़ आपको लगभग पागल जैसा बना देगी।