क्या आपको भी बात-बात पर गुस्सा आता है? छोटी-छोटी बातों को लेकर क्या आप भी अपने प्रियजनों और आॅफिस में सहकर्मियों से लड़ने-झगड़ने लगते हैं ? अगर वाकई ऐसा है तो आपको वेदों की तरफ लौटना चाहिए क्योंकि, आधुनिक मेडिकल सांइस भी अबतक गुस्से या क्रोध से निजात दिलाने की कोई सटीक दवा तैयार नहीं कर सका है।
तो आइए जानते हैं कौन-कौन से हैं वो चमत्कारी मंत्र जिनके जाप से इंसान अपने गुस्से पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त कर सकता है। वेदों को दुनिया की सबसे प्राचीन लिखित सामग्री माना गया है। इन्हीं वेदों में छिपा है दुनिया के हर मसले का वैज्ञानिक हल। दरअसल भगवान शिव के पुत्र और प्रथमपूज्य भगवान गणेश ने समूची मानव जाति को क्रोध पर नियंत्रण करने का रहस्य बताया है। भगवान गणेश के बताए वैदिक मंत्र के द्वारा कोई भी इंसान अपने क्रोध पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त कर सकता है।
वैदिक शांति मंत्र- ॐ ॐ पूर्णमद: पूर्णमिदं: पूर्णात्पूर्णमुदच्यते, पूर्णस्य पूर्णमादाय पुर्णमेवावशिष्यते, ॐ शांति: शांति: शांति: उपरोक्त मंत्र का प्रतिदिन 21 बार जप करने से लाभ निश्चित है। यह भी ध्यान रखें कि मंत्रों को पूरी शुद्धता के साथ ही पढ़ें।