इंदौर। श्रावण के तीसरे सोमवार को आने वाली तीज त्रिखल दोष को दूर करने वाली होगी, क्योंकि यह त्रि- महासंयोगों के साथ आ रही है। 17 अगस्त को शिव का खास दिन सोमवार शिव योग में होने के साथ ही सिंह संक्रांति और हरियाली तीज का संयोग है।
पंचांगों के मुताबिक इसके पहले वर्ष 1969 में हरियाली तीज, सिंह संक्रांति में तो थी, लेकिन उस दिन भी सोमवार का महासंयोग नहीं था। उस दिन शनिवार था। इस तरह खास बात यह है कि इस तरह का संयोग 46 वर्ष बाद आ रहा है। आने वाले वर्षों में यह संयोग 19 साल बाद सन् 2034 में मिलेगा, लेकिन इस दिन भी सोमवार का योग नहीं बल्कि गुरुवार होगा।
सुखद है महासंयोग
ज्योतिष मठ ब्रद्रीकाश्रम से जुड़े शंकराचार्य मठ के प्रभारी गिरीशानंदजी महाराज ने कहा आज जिस तरह से देश में आर्थिक और राजनीतिक हालात बिगड़े हुए हैं, यह महासंयोग इन हालातों में सुधार लाकर जीवन में संतुलन बनाएगा। लोगों का धर्म के प्रति रुझान बढ़ेगा। देश में मानसिक शांति का वातावरण निर्मित होगा।
पिछले सालों के पंचांगों के मुताबिक बिना सिंह संक्रांति के हरियाली तीज सोमवार के साथ 8 अगस्त 2005, 23 जुलाई 2001, 12 अगस्त 1991, 15 अगस्त 1988, 19 अगस्त 1985, 7 अगस्त 1978, 22 जुलाई 1974 को आई थी। इसी तरह आने वाले वर्षों में 13 अगस्त 2018 और 9 अगस्त 2032 को हरियाली तीज सोमवार को आएगी।
...और करीब से गुजर गई सिंह संक्रांति
पिछले सालों में 2007 में 16 अगस्त को हरियाली तीज आई थी, लेकिन सिंह संक्रांति एक दिन बाद यानी 17 अगस्त को आई। इसी तरह 1996 में 17 अगस्त को हरियाली तीज आई, लेकिन इसके एक दिन पहले सिंह संकांति निकल गई। 1977 में भी 17 अगस्त को तीज आई लेकिन सिंह संक्रांति एक दिन पूर्व 16 अगस्त को आई थी।
दान-पुण्य से समृद्धि
गणेशाचार्य पं. कैलाश नागर ने कहा श्रावण मास के तीसरे सोमवार पर 17 अगस्त को शिव योग के साथ हरियाली तीज आ रही है। इसी दिन सिंह संक्रांति भी है। इस महासंयोग में पवित्र नदियों में स्नान कर दान-पुण्य करने से पारिवारिक समृद्धि आएगी।
व्यतिपात दोषों से मुक्ति
ज्योतिषाचार्य पं. चंद्रभूषण व्यास का कहना है कि यह शिव से जुड़े वार, नक्षत्र और योग का महासंयोग है। इसमें त्रिखल और व्यतिपात दोष दूर होंगे। सिंह राशि में सूर्य होने से इस योग में शिवजी की भक्ति पर भरपूर कृपा प्राप्त होगी।