जम्मू। दिनों प्रतिदिन बढ़ते जा रही बारदातें आज हर किसी के दिल में कोहराम पैदा कर रही है वहीं माता वैष्णो देवी के दर्शन को आने वाले भक्तों को भवन में ही ऐतिहासिक शिव गुफा के दर्शन से वंचित रहना पड़ रहा है इसका कारण यह है। कि शिव गुफा के मुख्य प्रवेश द्वार पर चट्टान खिसक जाने के कारण गुफा का द्वार बंद हो गया है।
दिनों प्रतिदिन बढ़ते जा रही बारदातें आज हर किसी के दिल में कोहराम पैदा कर रही है वहीं माता वैष्णो देवी के दर्शन को आने वाले भक्तों को भवन में ही ऐतिहासिक शिव गुफा के दर्शन से वंचित रहना पड़ रहा है इसका कारण यह है। इसके कारण भक्त भगवान शिव के दर्शन करने से वंचित हो रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 29 दिसंबर 2019 की सुबह जब पुजारी आरती के लिए गुफा में पहुंचे तो उन्होंने भगवान शिव की पूजा अर्चना की।
जैसे ही पुजारी आरती के बाद बाहर निकले तो गुफा के प्रवेश द्वार पर भारी चट्टान खिसक कर गिर गई और गुफा बंद हो गई इस कारण दर्शन के लिए इंतजार कर रहे भक्तों को मायूस होना पड़ रहा है जंहा दूसरी ओर माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने इस गुफा की ओर आवाजाही फिलहाल बंद कर दी है. करीब 11 दिन बीत जाने के बावजूद भी अभी तक चट्टान को नहीं हटाया गया है मां वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद भक्त शिव गुफा के दर्शन से वंचित हो रहे हैं।
वहीं इस बात कि जानकारी मिली है कि चट्टान हटाने के लिए विशेषज्ञों का सहारा लिया जा रहा है। वहीं हाल ही में टिहरी हाइड्रो इलेक्ट्रिक डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के विशेषज्ञों की टीम ने इस शिव गुफा का निरीक्षण किया है, ताकि चट्टान को सावधानी व तकनीक से हटाया जा सके ताकि गुफा सहित किसी अन्य हिस्से को नुकसान न हो विशेषज्ञों की टीम ने अपनी जांच पूर कर ली है जल्द ही इस पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा।