शारदीय नवरात्रि की 29 सितंबर 2019 रविवार से शुरुआत हो चुकी हैं, हिन्दू धर्म के अनुसार, नवरात्रि में मां के नौ रूपों की पूजा होती है। नवरात्रि मे लाल रंग में मां की अलग ही छवि देखी जा सकती है। माता के श्रृंगार में हर चीज लाल रंग देखने को मिलता है। लेकिन क्या आप जानते है कि मां के चढ़ावे में लाल रंग का ही समान रखा क्यों रखा जाता है। मां की पोशाक की बात हो, चूडिय़ां या सिंदूर सब लाल ही होता है। दरअसल, इसके पीछे पौराणिक और वैज्ञानिक दोनों ही पहलू हैं।
ज्योतिष के अनुसार, नवरात्रि में मां को ही नहीं सुहागिनों व कुमारी कन्याओं को भी लाल पोशाक व श्रृंगार के सामान दिए जाते हैं। लाल रंग मां को प्यारा होता है और इस प्यारे होने के पीछे भी एक कथा है। वहीं वैज्ञानिक पक्ष की बात करें तो लाल रंग ऊर्जा का प्रतीक होता है और इसे पहनने के बाद ऊर्जावान की अनुभूति होती है। इसलिए लाल रंग को वार्म कलर की श्रेणी में रखा गया है। लेकिन पौराणिक महत्व की बात करें तो लाल रंग मां को प्रिय होने के पीछे वजह कुछ और है। तो आइए आज जाने मां के इस लाल रंग के प्रेम की वजह।