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Astrology

17 जुलाई से शुरू होगा सावन का महीना - बन रहे हैं कई शुभ योग

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jul 9 2019 12:45PM | Updated Date: Jul 9 2019 12:46PM
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हम सब जानते ही हैं कि सावन का महीना बहुत पवित्र होता है और यह भी कि यह महीना भगवान भोलेनाथ को भी प्रिय होता है। इस महीने भगवान शिव शंकर की विशेष-पूजा अर्चना के साथ सावन सोमवार का व्रत भी रखा जाता है। इस बार सावन का महीना 17 जुलाई से शुरू होकर 15 अगस्त को समाप्त हो जाएगा। सावन के महीने में कांवड यात्रा का भी विशेष महत्व होता है और भक्तजन भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए कांवड यात्रा का हिस्सा बनते हैं।
 
कहते हैं सावन का महीना भगवान शंकर से साथ माता पार्वती को भी प्रिय है इसीलिए उनकी भी पूजा की जाती है। सावन सोमवार का व्रत सभी करते हैं और महिलाएं तो यह व्रत अपने सुख-सौभाग्य के लिए करती है तो कुंवारी लड़कियां अच्छा पति पाने के लिए भगवान शंकर को यह व्रत करके मनाती है।
 
इस बार सावन चंद्र ग्रहण के तुरंत बाद शुरू हो रहा है। जहां गुरु पूर्णिमा 16 जुलाई को है वहीं चंद्र ग्रहण उसी दिन रात को लगेगा और फिर दूसरे दिन से सावन का महीना शुरू हो जाएगा। 17 जुलाई को ही सूर्य मिथुन राशि से कर्क में प्रवेश भी करेंगे।
 
वहीं और भी कई योग और बातें इस बार सावन को विशेष बना रहे हैं जैसे ...
- सावन का महीना इस बार पूरे तीस दिनों का होगा। सावन में इस बार चार सोमवार पड़ेंगे जिस दिन सावन सोमवार का व्रत किया जाएगा।
 
- वहीं ज्योतिषीय दृष्टि से देखा जाए तो इस बार सावन में हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का संयोग बन रहा है। पूरे 125 वर्षों बाद ऐसा संयोग बनेगा और यह काफी महत्व रखता है।
 
- माना जा रहा है कि इस बार नाग पंचमी भी विशेष योग में मनाई जाएगी। जी हां, इस बार नाग पंचमी को सोमवार है और नाग पंचमी पर वैसे भी शिव शंकर की पूजा की जाती है और इस बार तो दोनों एक साथ है तो इसका महत्व बढ़ जाता है।
 
- वहीं इस बार रक्षाबंधन का त्योहार और 15 अगस्त श्रवण नक्षत्र में मनाए जाएंगे। यह भी बेहद शुभ योग है।
 
- सावन के महीने के बीच में एक अगस्त को पहला सिद्धि योग, दूसरा शुभ योग, तीसरा गुरु पुष्यामृत योग, चौथा सर्वार्थ सिद्धि योग और पांचवां अमृत सिद्धि योग का संयोग है। इस दिन हरियाली अमावस्या है। इस पंचयोग में पूजा करना शुभ और फलदायी माना गया है।
 
- हम सब जानते ही हैं कि नागपंचमी कालसर्प दोष की पूजा की जाती है तो इस बार नागपंचमी पर सर्वार्थ सिद्धि योग, सिद्धि योग और रवि योग के संयोग में काल सर्प दोष निवारण के लिए पूजा करना बेहद फलदायी होगा।
 
तो इतने शुभ योगों के साथ सावन का महीना 17 जुलाई से शुरू होगा और इसके साथ ही भगवान भोलेनाथ की पूजा के साथ सावन सोमवार का व्रत भी शुरू हो जाएगा।

 

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