आपने देखा ही होगा की कई बार फिल्मों या धारावाहिकों में 786 अंक को काफी महत्वपूर्ण दर्शाया जाता है। जब फिल्म के किसी हीरों को यह नंबर मिल जाता है तो वह कुछ स्पेशल कर दिखाता है। इस अंक को कई फिल्मों में काफी महत्वपूर्ण अंक के तौर पर दर्शाया गया है। आपने यह भी देखा ही होगा की कुछ लोग इस नंबर के नोट को रखना ज्यादा पसंद करते हैं तो कुछ लोग इसी नंबर की गाड़ी लेते हैं। कई बार लोग इसी अंक का मोबाइल नंबर लेना पसंद करते हैं। आज हम आपको अंक के बारे में बता रहें हैं। आखिर इस्लाम में इस नंबर को क्यों महत्वपूर्ण तथा पवित्र माना जाता है। आइये अब विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
इस्लाम में पवित्र माना जाता है यह अंक - इस नंबर को इस्लाम में बहुत महत्वपूर्ण तथा पवित्र माना जाता है। इस्लाम के अनुसार इस अंक का मतलब "बिस्मिल्लाह" होता है। यदि आप "बिस्मिल्लाह" शब्द लिखते हैं तो यह कुरआन की 786 आयत में आता है। अतः इस अंक को बरकत वाला माना जाता है। यही कारण है की इस अंक को लोग काफी पवित्र तथा महत्वपूर्ण माना जाता है। लोग इस नंबर की गाड़ी, मोबाइल नंबर तथा नोट को ज्यादा महत्वपूर्ण मानते हैं। लोगों की मान्यता है की जिस स्थान पर यह अंक लिखा होता है वह स्थान नकारात्मकता से सुरक्षित हो जाता तथा वहां बरकत भी होती है। यही कारण है की इस नंबर को बहुत अच्छा मन जाता है। कई स्थान पर इस नंबर की बहुत मांग की जाती है। जिस व्यक्ति को अचानक यह नंबर किसी वस्तु पर मिल जाता है वह खुद को बहुत लकी समझता है।