श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड द्वारा सामुदायिक किचन शुरू किया गया है। इसे कटरा और अर्ध कुंवारी के बीच शुरू किया गया है। तीर्थयात्रा जहां से शुरू होती है, वहां से 3 किमी दूर इस लंगर को शुरू किया गया है। यह कुछ समय पहले शुरू हुए ताराकोट मार्ग पर स्थित है। यहां के मेन्यू में स्थानीय डोगरा फूड को भी शामिल किया गया है। ऐसे में दुनियाभर से वैष्णोदेवी आने वाले श्रद्धालुओं को स्थानीय व्यंजन का भी टेस्ट मिल सकेगा।
इस सुविधा को 9 मई को मुंबई से आए श्रद्धालुओं के एक समूह द्वारा ही शुरू किया गया। भोजनालय में एक बार में 280 श्रद्धालु प्रसादी ग्रहण कर सकते हैं। इस सामुदायिक किचन में नई तकनीकी का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। रसोईघर का सभी सामान नया है और साफ-सफाई के लिए गैजेट का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। लंगर 24 घंटे और सातों दिन खुला होगा।
बर्तन अच्छे से साफ हों, इसलिए यहां सैनिटाइजेशन यूनिट भी स्थापित की गई है। ऐसे भक्त जो दान देना चाहते हैं, वे यहां दान भी दे सकते हैं। दानदाता ऑनलाइन भी दान दे सकते हैं। इसकी डिटेल श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड की गई है।
बोर्ड द्वारा रिफ्रेसमेंट यूनिट्स भी संचालित की जा रही हैं। इनके जरिए कोल्ड-ड्रिंक्स, चाय, बिस्किट, मिनरल वाटर, कॉफी आदि भक्तों को उपलब्ध करवाया जाता है। यह रिफ्रेसमेंट यूनिट्स चिन्हित लोकेशंस पर लगाई गई हैं। रिफ्रेसमेंट ब्रेक के दौरान श्रद्धालु घाटी की खूबसूरती का भी आनंद उठा सकते हैं। इन्हें व्यू पॉइंट्स के नाम से जाना जाता है।