कहते हैं कि जिस रिश्ते में प्यार होता है लड़ाई भी उसी के साथ होती है। हर रिश्ते में प्यार के साथ-साथ थोड़ी तकरार भी होती है। पति-पत्नी का रिश्ता भी कुछ इसी तरह का होता है। इस बेइतंहा प्यार के पीछे कभी-कभी थोड़ी सी नोंक-झोंक भी हो जाती है, जो कुछ देर बाद खट्टी-मीठी यादों की तरह जिंदगी के साथ जुड़ जाती है, लेकिन लड़ाई में इस बात को हमेशा याद रखें कि हर किसी की अपनी भावनाएं होती हैं। गुस्सा इंसान का दुश्मन होता है। इस पल भर के गुस्से में किसी को भी ऐसी बात न कहें कि आपके रिश्ते की मर्यादा को ठेस पहुंचे।
न दोहराएं पुरानी बातें
पार्टनर से अपने अतीत में या हालात को लेकर अगर कोई गलती हो जाए तो हर बार इसे बहस का हिस्सा न बनाएं। जिंदगी में आगे बढ़कर पिछली बुराइयों का भूल जाएं और आगे बढ़ें।
बात करना न छोडें
कुछ लोग जरा सी बात होने पर एक-दूसरे के साथ बात करना छोड़ देते हैं। जब तक आप खुलकर बात नहीं करेंगे तो बात कभी खत्म नहीं होगी। चुप रहने से अच्छा है कि बातें शेयर करें।
आरोप न लगाएं
पति हो या पत्नी किसी को इस बात को कभी भी न जताएं कि शादी के बाद आपकी जिंदगी खराब हो गई है या फिर आप पार्टनर की वजह से खुश नहीं हैं। किसी बात को लेकर गुस्सा है तो प्यार से सुलझाएं। सिर्फ वहीं मुद्दे पर बात करें जो उस समय की बहस का कारण है। मुद्दे से न भटकें।
किसी अन्य से न करें तुलना
आप पार्टनर को हमेशा यह जताएं कि वही आपके लिए परफेक्ट है। चाहे झगड़ा भी हो जाए, लेकिन प्यार जताना कभी न भूलें। किसी दूसरे की तुलना अपने जीवन साथी के साथ कभी न करें।