पति-पत्नी का रिश्ता प्यार व विश्वास से बना होता है। इसमें किसी तरह की जोर जबरदस्ती या मानसिक यातना कोई जगह नहीं होती है। थोड़ी बहुत नोक झोंक तो पति- पत्नी के बीच होती है। और माना जाता है कि इससे आपका रिश्ता और मजबूत होता है। लेकिन कई बार महिलाएं अपने पार्टनर द्वारा यौन आपमानजनक याजनाओं को शिकार होती है। इसमे उनके पार्टनर शरीरिक व मानसिक रुप से उन्हें प्रताड़ित करते है और इपने ईशारों पर चलने को मजबूर कर देते है। शारीरिक प्रताड़ना के मुकाबले भावनात्मक प्रताड़ना से उबरना बहुत मुश्किल होता है इसके भय से बाहर आने में लोगों को काफी समय लग जाता है कभी-कभी तो दिमाग पर भी इसका काफी असर है।
- यौन अपमानजनक रिश्तों का शिकार
यौन अपमानजनक रिश्तों का शिकार विषमलैंगिंक व समलैंगिंक जोडेÞ दोनों ही हो सकते है, यह सभी आयुवर्ग जातीय और आर्थिक स्तर में होता है। इसका शिकार होती है, लेकिन पुरुष में इससे अछते नहीं रहे है। वे भी मौखिक व भापनात्मक रुप से शिकार होते है कई बार तो यह अपमान शारीरिक भी हो जाता है।
- डरे नहीं आवाज उठाएं
पुरुष हो या महिला अगर आप यौन अपमानजनक रिश्ते का शिकार हो रहें है, तो चुपचाप इसे सहकर और बढ़ावा नहीं दें। इसके खिलाफ आवाज उठाएं। कई बार हो सकता है कि आप अपने साथी को छोड़ने या ब्रेक अप के डर से कुछ नहीं बोल पाते है, लेकिन अगर आप यह सोच रहे है कि इससे आपकी जिंदगी सुधर सकती है तो यह आसान हो जाएगा। कोई भी रिश्ता अगर इस मोड़ पर पहुंच जाए तो उसे खत्म करना ही ठीक है। इस तरह डर कर अपमान आपका आत्मसम्मान कम होगा। शर्मिंदा महसूस करने की कोई जरुरत नहींं है। किसी और के हिंसात्मक व्यवहार के लिए जिम्मेदार नहीं हो सकते है। आपकी पहलसी जिम्मेदारी खुद को सुरक्षित करना है।