इंटरनेट मैट्रिमोनियल साइट्स पर हर उम्र, हर धर्म, हर जाति के अलावा एजुकेशन और व्यावसायिक क्षेत्र के आधार पर भी वर-वधू सर्च कर सकते हैं।
कहते हैं कि कोई भी चीज आसानी से नहीं मिलती। ठीक उसी तरह ऑनलाइन जीवनसाथी की तलाश में भी सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है। सिक्के के दो पहलुओं की तरह इसके अपने फायदे भी हैं और अपने नुकसान भी।
सिर्फ प्रोफाइल पर विश्वास ना करें: अक्सर लोग मैट्रिमोनियल साइट पर मौजूद प्रोफाइल और तस्वीर को देखकर ही फैसला कर लेते हैं कि किसे रिक्वेस्ट भेजनी है या नहीं। पर कई लोग अपने प्रोफाइल को प्रभावी बनाने के लिए कई गलत जानकारियां भी डाल देते हैं। ऐसे में सिर्फ प्रोफाइल देखकर संभावित साथी से मिलने का फैसला न करें।
पूरी जांच पड़ताल करें: किसी का प्रोफाइल पसंद भी आ जाए तो भी उससे तुरंत संपर्क स्थापित न करें। गूगल, फेसबुक और लिंक्डइन के जरिए उसके बारे में जानकारी हासिल करें। गूगल के चार-पांच पेज तक पीछे जाकर सर्च करें। इससे संभावित साथी के अतीत की हर जानकारी मिल सकती है। वहीं फेसबुक पर उसके दोस्तों से भी संपर्क साधा जा सकता है।
जल्दबाजी ना करें: जब आपको कोई प्रोफाइल पसंद आती है तो उस व्यक्ति से बात करने के लिए जल्द बाजी ना करें।हर मेट्रिमोनियल वेबसाइट पर संभावित साथी में दिलचस्पी दिखाने और संपर्क स्थापित करने का विकल्प होता है। पहले सिर्फ उसमें दिलचस्पी का विकल्प चुनें। फिर दूसरे पक्ष से गंभीर जवाब मिलने के बाद ही उससे संपर्क स्थापित करें।
चैट करें लेकिन संभल कर: संभावित साथी से संपर्क होने के बाद उससे संभल कर चैट करें, भले ही उससे बातचीत करना आपको बहुत पसंद आने लगे।