कैंसर जैसी बीमारी के लिए बहुत से कारण माने गए है और इन कारणों में सबसे बड़ा कारण है धूम्रपान के सेवन न सिर्फ स्वास्थ्य को अधिक खतरा होता है बल्कि यौन जीवन पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। कैंसर जैसी बीमारी होने पर व्यक्ति के मन में डर भी बैठ जाता है और कैंसर का स्वास्थ्य के साथ-साथ सेक्स लाइफ पर भी नेगेटिव इफेक्ट पड़ता है आइए जानें कै से कैंसर सेक्स जीवन को प्रभावित करता है।
कैंसर का प्रभाव
- कैंसर के प्रभाव से व्यक्ति को हर समय थकान की शिकायत रहती है। नजीतन उसकी सेक्स में भी रूचि कम हो जाती है।
- कैंसर रोगी व्यक्ति यदि शारीरिक रुप से स्वस्थ महसूस नहीं कर पा रहा हो वह सेक्स करने में भी सहज महसूस नहीं करेगा।
- कैंसर रोगी हमेशा चिड़चिड़ापन ही महसूस करता है जिससे वह किसी भी चीज से जल्दी ही परेशान हो जाता है।
- कैंसर से जान का जोखिम भी लगातार बना रहता है ऐसे में कैंसर का मरीज सेक्स के बारे में वह सोच भी नहीं पाता।
- कैंसर से होने वाली शारीरिक परेशानियां भी कुछ कम नहीं है और इसलिए यह बीमारी व्यक्ति की सोच को नकारत्मक बना देता है साथ ही इससे व्यक्ति का आत्मविश्वाव भी कम होने लगता है। ऐसे में सेक्स को लेकर भी कैंसर के मरीज के मन में तरह-तरह के भ्रम होने लगते है कि क्या वह अपने पार्टनर को संतुष्ट कर पाएगा क्या वह सेक्स करने में संपन्न है इत्यादि।
- कई बार कैंसर पीड़ित को यह भी भय सताने लगात है कि उसकी बीमारी का असर उसके साथी पर न पड़ जाए या फिर उसके साथी को किसी इंफेक्शन न हो जाए। जिससे कैंसर पीड़ित व्यक्ति सेक्स करने से दूर भागने लगता है।
- कुछ स्थितियों में डॉक्टर भी कैंसर पीड़ित व्यक्ति को कई पर बहुत संभल कर रहने की सलाह देते है और कैंसर अधिक बढ़ने पर सेक्स न करने की सलाह भी देते है।
- कैंसर के कारण
कैंसर होने के कई कारण है। कई बार कैंसर किसी ठोस वजहों से, कई बार अनजाने में ही होता है, तो कभी कैंसर होने कारणों में आधुनिक जीवन शैली, धू्रमपान, नशा और अल्कोहल आदि शामिल है।
कोई भी काम मुश्किल नहीं होता, जरुरी है इसके लिए थोड़े से प्रयास करना। कैंसर भी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। जरुरी है व्यक्ति को अपनी इच्छा शक्ति को तजबूत करना। कुछ से कैंसर ऐसे होते है जिन्हें आप अपने लाइफ स्टाइल में बदलाव लाकर भी दूर कर सकते है साथ ही डॉक्टर की मदद ले सकते है धू्रमपान नशे और अल्कोहल आदि से होने वाले कैसर ऐसे ही है धू्रमपान छोड़कर जिनकी संभावना को कम किया जा सकता है।