वह जमाना गया, जब महिलाएं शाम को घर की दहलीज पर अपने पति का इंतजार करती थीं। कई व्यंजन बनाने के बाद भी उनका गुस्सा सहती थीं। आज महिलाएं खुद भी काम करती हैं, अपने पति का काम में हाथ भी बंटाती हैं।
काम नहीं भी करतीं, तब भी जागरूक हैं अपने अधिकारों के प्रति। आज एक महिला अगर अपने पति को इज्जत देती है, तो बदले में अपने लिए इज्जत भी चाहती है। ये सही भी है, लेकिन कई बार रिश्ते में प्यार तो रहता है, पर सम्मान नहीं। कुछ कमी हमसे रह जाती है तो कुछ पति से। जरा इन पहलुओं पर गौर करके देखिए।
खुद का सम्मान करें
आपके पास कंघी है, शीशा है, बिंदी है और मैं आपसे लिपस्टिक मांगूं तो आप देंगी? है न अजीब? आप कहेंगी जब मेरे पास लिपस्टिक है ही नहीं तो दूं कहां से? बिल्कुल सही बात है। जो चीज हमारे पास नहीं है, वह आप किसी और को कैसे दे सकती हैं।
ठीक इसी तरह जब हम खुद का ही सम्मान नहीं करेंगे तो दूसरा हमारा सम्मान क्यों करेगा? आत्मसम्मान बहुत जरूरी है। इससे आपको आत्मविश्वास मिलेगा और आपके पति भी आपका सम्मान करना शुरू कर देंगे।
भरपूर सम्मान दें
कई बार रिश्ते की शुरुआत में हम कुछ भी कह देते हैं। सामने वाला उसे सुन भी लेता है। फिर छोटी-छोटी बातें अखरने लगती हैं। रिश्ते में हमेशा अपना सर्वोत्तम देने की कोशिश करें। देखें कि आपकी तरफ से कोई कमी न रहे। अपने पति को भरपूर सम्मान दें। उन्हें महसूस कराएं कि वे आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। रिश्ते की मयार्दा रखें।
अपनी बात रखें
अगर कभी कुछ मनमुटाव हो जाए तो उनके सामने सहजता से अपनी बात रखें। बात न करना ही कई बार रिश्तों में दूरियां बढ़ा देता है। अपना पक्ष रखकर उनका पक्ष सुनें और मनमुटाव दूर करें। अगर आप हर काम के लिए जी-जी कहती रहेंगी तो पति को हां सुनने की आदत हो जाएगी। इसलिए कभी-कभी न कहना भी सीखिए।
इससे उन्हें पता रहेगा कि आपका मन न होने पर हर बार उनकी नहीं चलेगी। अगर वह बाहर घूमने को कहते हैं, आपकी तबीयत ठीक नहीं, तो घूमने को मना भी कीजिए। प्यार की शुरुआत तो अक्सर दोस्ती से होती है, लेकिन प्यार और शादी के बाद दोस्ती कहीं गायब- सी हो जाती है।
लड़के पति बन जाते हैं और लड़कियां पत्नी। अगर शादी के बाद भी सबकुछ शेयर करने वाली दोस्ती बरकरार रहे तो कभी परेशानी न हो। दोस्तों से हम सारी बात कह पाते हैं, इसलिए वह रिश्ता खास होता है। पति-पत्नी के रिश्ते में भी दोस्ती का तड़का लगाते रहिए।
काम में हाथ बंटाने को कहें
आप जितना समय साथ बिताएंगी, रिश्ता उतना ही मजबूत होगा। दिनभर तो आप दोनों अलग-अलग कामों में लगे रहते हैं। घर में जब भी साथ रहें तो कोशिश करें कि पास रहें। अगर आप किचन में काम कर रही हैं तो उनकी मदद लें।
अगर उन्हें खाना बनाना नहीं भी आता तो छोटे-मोटे काम कराइए। कम से कम साथ रहने से आपके बीच बातें तो होंगी। छोटी-छोटी बातें आपके रिश्ते को मजबूत बनाती हैं। इसलिए जब वह आपके किसी काम में हाथ बटाएं, मेहमानों के आने पर आपकी मदद करें, तो उनकी तारीफ करना न भूलें।