25 Apr 2024, 20:19:38 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

गर्भनिरोधक की जिम्मेदारी सिर्फ महिलाओं की ही नहीं है। पुरूषों पर भी इसका बराबर उत्तरदायित्व होता है। पहले पुरूषों के लिए इस क्षेत्र में अधिक विकल्प उपलब्ध नहीं थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। 
 
पुरूषों के लिए गर्भनिरोधक के उपाय के विकल्प तो बढ़े ही है साथ ही इस क्षेत्र में अधिक तरक्की भी हुई है। इसे अच्छा ही माना जाना दोनों साथी मिलकर लेते है और ऐसे में इसकी सारी जिम्मेदारी महिलाओं पर डाल देना उचित न होगा। लेकिन, आवश्यक ता इस बात की भी है कि पुरूषों का गर्भ-निरोध के विषय में उचित व प्रचुर जानकारी हो। इसके साथ ही पुरूषों के लिए यह भी जरूरी है कि वह किसी भी उपाय का अपनाते हुए अपने साथी से सलाह जरूर लें।

गर्भ के उपाय कण्डोम
गर्भ-निरोध और सेक्स संबंधित बीमारियों से बचाने का सबसे उत्तम विकल्प माना जाता है इसमें महिला व पुरूष कण्डोम दोनों विकल्प उपलब्ध है। साथ ही डायाफ्राम का भी इस्तेमाल किया जा सकता है इन सबका मुख्य काम पुरूष वीर्य में मौजूद शुक्राणुओं और महिला के शरीर में मौजूद अण्डाणुओं के बीच संबंध स्थापित होने से रोकना होता है। पुरूष और महिला कण्डोम को सही तरीके से इस्तेमान करने के कुछ तरीके ये है- 

पुरूषो के लिए हॉर्मोंनल गर्भनिरोधक
- पुरूषों के लिए मौजूद हॉर्मोंनल गर्भ निरोधक तरीके के अपने लाभ व हानियां है। पुरूष हॉर्मोनल गर्भ निरोध पुरूषों में संभोग के दौरान प्राकृतिक रूप से होने वाले वीर्य निर्माण को रोकने का काम करते है। इसमें मस्तिष्क को संकेत भेजा जाता है कि पुरूष वीर्य स्खलित करने वाले हॉर्मोन को ऐसा करने से रोका जाए। पुरूष गर्भ निरोधक गोलियां वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या प्रति मिलीलिटर 10 लाख से कम कर देती है। इस स्थिति को अल्पशुक्राणुता में रखा जाता है और गर्भ रोकने के लिए यह एक अच्छा तरीका है। यह महिलाओं को दी जाने वाली गर्भ निरोधक गोलियां की अपेक्षा अधिक कारगर है और पुरूषों के लिए एक उत्तम गर्भनिरोधक है।
 
- पुरूष वीर्यकोष का तापमान बाकी शरीर के मुकाबले एक से दो डिग्री तक कम होता है अगर वीर्यकोष का तापमान को किसी तरह अपने सामान्या तापमान से अधिक कर लिया जाए तो इससे शुक्राणुओं के उत्पादन पर नकारात्माक प्रभाव पड़ता है सुपनसोरिज इस तरह तैयार की जाती है। जिससे वीर्यकोष को शरीर के अधिक समीप लाया जा सकता है। इससे इनका तापमान शरीर के तापमान के समान हो जाता है वीर्यकोष के तापमान से सामान्या वृद्धि भी शुक्राणुओं के उत्पादन पर विपरीत प्रभाव डालता है। 
 
- एक ताजा अध्ययन के मुताबिक पुरूष गर्भनिरोध के क्षेत्र में काफी प्रगति हो चुकी है। आज बाजार में इंजेक्शकन प्लग, शुष्क संभोग गोलियां के अलावा कई विकल्प भी मौजूद है। इन सबका काम मुख्यत काम प्राकृतिक रूप से होने वाले वीर्य स्खलन को रोकना है तो बेहतर है कि इनका इस्तेमाल करने से पहले किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ से अवश्य विमर्श कर लिया जाए। 

 

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