पति और पत्नी का रिश्ता दुनिया के किसी भी देश, धर्म और संस्कृति में खून के रिश्ते से भी बढ़कर होता है। इस रिश्ते में प्यार, समर्पण और विश्वास होता है। इस रिश्ते की डोर बड़ी नाजुक होती है, इसे मजबूती से पकड़ कर रखना चाहिए। हमेशा अपने प्यार को खुल कर दर्शाएं। कभी भी प्यार का इजहार करने के लिए हिचकिचाएं नहीं। प्यार के साथ एकदूसरे पर विश्वास करना भी इस रिश्ते की सफलता के लिए काफी अहम है। किसी की भी बातों में आ कर अपना विश्वास नहीं तोड़ें।
दोस्त भी है वह: दोस्ती से बड़ा कोई रिश्ता नहीं है। अगर पति-पत्नी एक-दूसरे के दोस्त बन जाएं, तो जीवन की कठिन राहें भी आसान हो जाती हैं। प्यार, विश्वास और दोस्ती के साथ रह कर जिंदगी को और भी खूबसूरती से जिया जा सकता है।
भावनाओं को समझें : जोड़े को एकदूसरे की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए। कोई भी ऐसी बात न कहें जिस से पति या पत्नी आहत हो। अपनी कमियों और भूलों को स्वीकार करना चाहिए। इस से दोनों का रिश्ता मजबूत होगा।
दिल में न हो पैसा : पैसा जेब में होना चाहिए न कि दिल में। घर में सिर्फ पति कमाते हैं, तो उन्हें कभी भी इस बात का घमंड नहीं होना चाहिए कि मैं कमाता हूं और मेरी पत्नी आराम से घर में रहती है। पत्नी भी न समझे कि वह पति से ज्यादा कमाती है।