पश्चिम की तरह हमारे आधुनिक समाज में भी लिव-इन-रिलेशनशिप के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन इससे कई तरह की समस्याएं भी पैदा हो रही हैं। अक्सर शारीरिक जरूरतों के आधार पर बनाए गए इन रिश्तों में दोनों को ही कुछ अधिकार होना चाहिए। लिव इन रिलेशनशिप में है तो उसके लिए पुरूष और महिला को खुद यह तय करने का हक है कि वे बिना शादी किए इस रिलेशनशिप में रह सकते हैं।
जब दो लोगों ने एक साथ रहने की ठान ली है तो कोई जरूरी नहीं कि सामाजिक दूस्तूरों की परवाह की ही जाए, हां जब तक निभाए, कभी कुछ भी करें, लेकिन एकदूसरे का सम्मान करना न भूलें।
दोनों को एक दूसरे की दिनचर्या जानने का अधिकार हो, साथ ही एकदूसरे का मोबाइल नंबर देखने की पार्टनर को इजाजत हो।
शारीरिक संबंधों की भी सीमा तय हो, यह कोई पति पत्नी का मामला नहीं कि महिला साथी की इच्छा न होने पर भी उसे साथ देना पडे।
यदि संबंधों केचलते महिला गर्भवती हो जाए और वह संतान का जन्म देना चाहे तो वे इस की हकदार हो।
परिवार वालों तथा मित्रों को इस रिश्ते की पूरी जानकारी हो।