कामसूत्र में सेक्स के लिए कुल 64 आसन बताए गए है। इन 64 आसनों के जरिए सेक्स का भरपूर आनंद उठाया जा सकता है। इन आसनों में बताया है कि कैसे न के वल स्वयं को अपितु अपने साथी को सेक्स के चरमसुख तक पहुंचाया जाए। कामसूत्र सेक्स की स्वीकार्यता और उपयोगिता पर गहनता से प्रकाश डालता है।
कामसूत्र के इन 64 आसनों में कुछ आसन ऐसे है जिनका इस्तेमाल कर लंबे समय तक रतिक्रिया का आनंद उठाया जा सकता है। इन संभोग आसनों का प्रयोग कर व्यक्ति स्खलन के समय को लंबे समय तक रोक समता है और इसके लिए उसे अपने सुख तथा संवेदना का त्याग नहीं करना पडेगा।
1. कामसूत्र की यह पोजीशन में संभोग का आनंद कुर्सी पर उठाया जाता है। इसमें पुरूष एक आराम कुर्सी पर बैठता है और अपनी कमर पीछे टिका लेता है इसके बाद स्त्री उसकी जांघों पर बैठती है और धीरे-धीरे दोनों रतिक्रिया में लिप्त हो जात है।
2. इस पोजीशन को साइड बाय साइड पोजीशन भी कहा जाता है। इसमें स्त्री एक करवट लेटती है और पुरूष उसके पीछे और दोनों इसी पोजीशन में सेक्स करते है। इस पोजीशन में दोनों लंबे समय तक रतिक्रीड़ा का आनंद उठा सकते है और तो इसके जरिए प्रेम और अंतरंगता भी बढ़ती है। यह प्रेम तथा भावनात्तक लगाव दोनों के शारीरिक संबंधों को और भी आनंदमय बना देता है।
3. यह पोजीशन मेड्ररिन डक के ही समान है। जैसा कि मेड्ररिन डक में होता है। इसमें भी काफी कुछ उसी तरह प्रेमालाप किया जाता है। इस पोजीशन में दोनों करवट में नहीं लेटते है। इसमें पुरूष महिला के ऊपर लेटता है और दोनों इसी पोजीशन में संभोग का आनंद लेते है। आमतौर पर सेक्स के लिए यह पोजीशन सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती है।