कोई-कोई दम्पत्ति आसानी से गर्भधारण कर लेते हैं तो किसी को सालों तक बच्चे का इंतजार करना पड़ता है। जब महिला सेक्स करने के वक्त तनाव में होती है तब उनके शरीर से एक प्रकार का एन्जाइम और हॉर्मोन का उत्पादन होता है जो गर्भधारण करने की संभावना को 12% तक घटा देता है।
गर्भधारण करने के लिए सेक्स मुद्रा
मिशनरी- यह सबसे आम पज़िशन होता है, लेकिन फ़ायदे अनेक होते है। इस पज़िशन में महिला लेटी रहती है और पुरूष उसके ऊपर होता है। इस अवस्था में शुक्राणु को गर्भाशय तक पहुँचने में आसानी होती है। पुरूष और स्त्री दोनों को संभोग का पूरा आनंद मिल पाता है। स्त्री इस अवस्था में पुरूष के संपर्क में ज़्यादा नजदीक आ पाती है।
ग्लोइंग ट्राइएंगल- यह पोज़ मिशनरी पोज़ का ही एक शाखा होता है। इस पजिशन में भी स्त्री लेटी हुई होती है और पुरूष उसके ऊपर होता है मगर फर्क सिर्फ इतना होता है कि पुरूष अपने पैरों को फैला देता है। स्त्री के कुल्हा और पास आ जाता है, सेक्स संबंध आसान करने के लिए कुल्हे के नीचे तकिया आदि रख सकते हैं। इस अवस्था में स्त्री पुरूष को और भी पास ला सकती है जिससे लिंग अच्छी तरह से गर्भाशय के पास जा पाता है। इस अवस्था में पुरूष ज़्यादा हिल नहीं पाता है जिससे गर्भधारण का काम आसान हो पाता है।
द रॉक एण्ड रोलर या एन्वील- यह भी मिशनरी के तरह ही होता है, इस अवस्था में भी लिंग गर्भाशय तक अच्छी तरह पहुँच पाता है। इस अवस्था में पुरूष स्त्री के ऊपर होता है और स्त्री अपने पैरों को पुरूष के सिर के ऊपर उठा देती है जिससे पुरूष अच्छी तरह से लिंग को योनिमार्ग में प्रवेश करा पाता है।
डॉगी स्टाइल- इस पजिशन को ज़्यादातर पुरूष बहुत पसंद करते हैं। यह अवस्था गर्भधारण के लिए भी लाभदायक होता है। यह स्टाइल लिंग के प्रवेश का अनुपात दूसरे स्टाइल के तुलना में बढ़ा देता है।
मैजिक माउन्टेन- यह पजिशन भी डॉग स्टाइल के तरह ही होता है। इस अवस्था में स्त्री झुककर खड़ी होती है। पुरूष पीठ के पीछे खड़ा होकर संभोग का सुख भोगता है। स्त्री शरीर के ऊपरी अंग को सही अवस्था में रखने के लिए तकिये का सहारा ले सकती है। इस अवस्था में गर्भधारण की संभावना बहुत हद तक बढ़ जाती है।