सिंगल मदर होना वास्तव में किसी भी महिला के लिए थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि उसे अकेले ही अपने बच्चों की देख-रेख करनी होती है। ऐसे में आप इन तरीकों को अपनाकर उन्हें एक अच्छा इंसान बना सकती हैं-
आप भले ही कितनी भी बिजी क्यों न हो लेकिन फिर भी अपने बच्चों के साथ थोड़ा क्वालिटी टाइम अवश्य बिताएं। आप चाहें तो उनके साथ कोई गेम या डांस आदि भी कर सकती हैं।
जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं, उनके दिमाग में कई तरह के सवाल कौंधते हैं। हो सकता है कि वह अपने पिता के बारे में आपसे पूछें। ऐसे में यह बेहद आवश्यक है कि आप बच्चों के साथ ईमानदार रहें। बच्चों के सवालों का आप जितनी ईमानदारी से सामना करेंगे, उतना ही आपका रिश्ता मजबूत होगा।
बच्चों की सुरक्षा करना भले ही आपका उत्तरदायित्व है लेकिन उन्हें लेकर ओवर प्रोटेक्टिव होना सही नहीं है। आपका यह व्यवहार उसे कुछ भी सीखने से रोकता है। बेहतर होगा कि आप उसे कुछ बातें खुद ही सीखने दें ताकि वह भी इंडीपेंडेंट बन सके।
बच्चों की परवरिश प्यार से करना अच्छा बात है लेकिन कभी-कभार उनके साथ स्ट्रिक्ट होना भी जरूरी होता है। बच्चों को अनुशासन का महत्व समझाना उनके भविष्य के लिए बेहद आवश्यक होता है।