रायपुर। राजधानी में बुधवार को छत्त्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ की विधायकों कुर्सी छोड़ो रैली को राजभवन जाने से पुलिस ने आकाशवाणी के पहले ही रोक दिया। किसान आकाशवाणी चौक के पहले नाराज होकर अर्धनग्न प्रदर्शन करते हुए सड़क पर ही धरना देकर बैठ गए। इस दौरान लगातार नारेबाजी होती रही। राजभवन संदेश भेजा गया, लेकिन राज्यपाल ने किसानों से मिलने इंकार कर दिया। इससे किसान उग्र होकर नारेबाजी करते रहे। बाद में पुलिस ने 500 किसानों को गिरफ्तार कर लिया और खुली जेल बनाकर किसानों को घेरे में ले लिया। गिरफ्तार होनेवालों में किसान महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य सहित लगभग 125 गांवों के किसान शामिल थे। गिरफ्तार किए गए किसानों को सुभाष स्टेडियम के पास नि:शर्त रिहा कर दिया गया।
धरना में ये संगठन हुए शामिल
नई राजधानी किसान कल्याण संघर्ष समिति, आप किसान मोर्चा छत्तीसगढ़, अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान संगठन, जिला किसान संघ राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ कृषक बिरादरी, छत्तीसगढ़ किसान महासभा, किसान बंधु, छत्तीसगढ़ किसान समूह, तत्पर, राष्ट्रीय राजमार्ग प्रभावित किसान नागरिक संघर्ष समिति, छत्तीसगढ़ किसान मोर्चा, नदी घाटी मोर्चा, छत्तीसगढ़ महिला अधिकार मंच, व्ही फोरम, छत्तीसगढ़ किसान समन्वय समिति, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा, किसान महासंघ, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन, संयुक्त किसान मोर्चा छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवम् उपभोक्ता संघ, किसान सलाहकार मंडल जिला रायगढ़, प्रगतिशील किसान महामंच मुंगेली, कृषक चेतना मंच जांजगीर, ग्राम सभा परिषद प्रेमनगर, फाइट फॉर राइट छत्तीसगढ़ बिलासपुर शामिल हुए।
धरना में झलका आक्रोश
इसके पूर्व सुबह 11 बजे से 28 किसान संगठनों के किसान प्रदेशभर से सुभाष स्टेडियम के पास एकत्रित होकर धरने पर बैठे। किसानों को किसान महासंघ के नेताओं रूपन चन्द्राकर, नया रायपुर, कामता रात्रे, बरोदा, नया रायपुर, तेजराम विद्रोही बेलटुकरी राजिम, प्रभाकर ग्वाल सराईपाली, रिंकू चन्द्राकर, छटेरा आरंग, जागेश्वर चन्द्राकर महासमुंद, रवि ताम्रकार, बोरइ दुर्ग, गिरधर चन्द्राकर दुर्ग, आलोक शुक्ला, रायपुर, भानु चन्द्रा, डभरा, चंद्रपुर, अनिल सिंह बघेल बिलासपुर, पप्पू कोसरे जोरा रायपुर, वीरेंद्र पांडे, रायपुर, एस आर नेताम कांकेर, गजानन चन्द्राकर, मुंगासेर, महासमुंद, द्वारिका साहू, रीवा, आरंग, महेंद्र साहू, तिल्दा पारसनाथ साहू, भिलाई ,डॉ. संकेत ठाकुर आदि ने संबोधित किया । कलादास डहरिया के नेतृत्व में क्रांति गीत रैला के सदस्यों ने धरना के दौरान प्रस्तुत कर किसानों में जोश भरा। आज के धरना के दौरान सभी वक्ताओं ने भाजपा सरकार की किसानों के साथ वादाखिलाफी की जमकर निंदा की।
किसानों की मांगें
1 किसानों से किया वायदा निभाओ
2 धान पर 300 रुपए बोनस प्रति क्विंटल
3 2100 रुपए धान समर्थन मूल्य
4 5 एचपी तक सिंचाई पंप को नि:शुल्क बिजली
5 धान का एक एक दाना खरीदो
6 शून्य प्रतिशत ब्याज पर लोन बांटों
7 किसानों का कर्जा माफ करो
8 स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश लागू करो
9 न्यूनतम समर्थन मूल्य कुल लागत का डेढ़ गुना घोषित करो
10 मंदसौर में 7 किसानों की हत्या करने वाले शिवराज सरकार को बर्खास्त करो
11 प्रदेश में जबरिया भू-अधिग्रहण पर रोक लगाओं
और उग्र होगा आंदोलन
राज्यपाल के ना मिलने से किसानों में गहरी नाराजगी देखी गई। किसानों ने तय किया है कि जिस तरह से मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने किसानों से मिलने से इंकार किया है अब आगामी दिनों में विधायकों, मंत्रियों को गांव में घुसने से रोकने की योजना बनाई जाएगी। आगे की रणनीति का किसान महासंघ आगामी दिनों में ऐलान करेगा।