रायपुर। योग गुरू बाबा रामदेव ने घरेलू काले धन को समाप्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्हे विदेशों में जमा काला धन वापस लाने के अपने वादे को भी पूरा करना चाहिए।
रामदेव ने कल रात यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मोदी के काले धन को समाप्त करने के किए जा रहे प्रयासों पर उनकी नीयत पर कोई सवाल नही उठा सकता। नोटबंदी का उन्होने साहसिक कार्य किया जिससे आन्तरिक अर्थव्यवस्था में 80 -85 प्रतिशत काले धन को बाहर करने में सफलता मिली है। उन्होने कहा कि मोदी वोटबैंक की राजनीति करने की बजाय देश को बनाने का काम कर रहे है।
उन्होने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि विदेशों में जमा धन को वापस लाने का चुनावी वादा भी श्री मोदी को जरूर पूरा करना चाहिए। उन्होने कहा कि आन्तरिक अर्थव्यवस्था में मौजूद काले धन से तो आम लोगो को भी किसी न किसी रूप से फायदा होता रहा है, लेकिन विदेशों में जमा काला धन का लाभ तो विदेशी उठा रहे है।
नोटबंदी से भारी नुकसान होने की आशंका विपक्षी नेताओं ही नही बल्कि अर्थशास्त्रियों द्वारा जताने के बारे में पूछे जाने पर उन्होने कहा कि अर्थशास्त्रियों में भी मतभिन्नता है कुछ तो मोदी के पीछे ही पड़े रहते है।
रामदेव ने दो हजार रूपए के नए नोट जारी किए जाने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इसके दुष्परिणाम सामने आने लगे है। उन्होने कहा कि नकली नोट भी छपने शुरू हो गए है, इनका परिवहन भी आसान होता है। उन्होने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश के लिए छोटे नोटो को ही प्रचलन में रहना चाहिए और दो हजार का नोट बन्द किया जाना चाहिए।
उन्होने कहा कि अच्छे दिन कोई राजनेता और राजनीतिक दल नही ला सकता है। अच्छे दिन की अपेक्षा केवल सरकारों से नही की जा सकती। सरकार और समाज दोनो को मिलकर काम करना होगा।
प्रधानमंत्री मोदी किसी के खेत में आकर हल नही चलायेंगे। उन्होने उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी में पिता पुत्र के बीच घमासान के बारे में पूछ जाने पर हंसते हुए कहा कि वह किसी राजनीतिक दल के बारे में कोई टिप्पणी नही करेंगे अब वह निर्दलीय बन गए है। सभी दलों के साथ उनके सम्बन्ध है।