गुड़गांव। हरियाणा में 700 से ज्यादा प्राइवेट बसें किराये पर लेने के सरकारी फैसले के खिलाफ हरियाणा रोडवेज की हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही। यहां गुड़गांव डिपो के तमाम कर्मचारियों ने हड़ताल में हिस्सा लिया। सर्व कर्मचारी संघ व सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू) के आहूवान पर जनवादी महिला समिति, आशा वर्कर्स, मिड-डे मील कर्मी, भवन निर्माण कामगार यूनियन, द्रोण रेहड़ी-पटड़ी फेरी कमेटी, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ, ऑल हरियाणा पॉवर कार्पोरेशन वर्कर्स यूनियन, हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी, आईटीआई, हरियाणा बैंक एंप्लाईज फेडरेशन आदि संगठनों के सदस्यों ने आज के प्रदर्शन में हिस्सा लिया और पुलिस की तरफ से शांति प्रिय ढंग से अपनी मांगों के लिए धरने पर बैठे कर्मियों पर हुये बर्बर हमले की निंदा की।
इन संगठनों के नेताओं ने चेतावनी दी कि जो हथकंडे सरकार अपना रही है कर्मचारी, मजदूर, किसान व आम जनता उनको सफल नहीं देगी। उन्होंने कहा कि बात करने की बजाय दमन चक्कर चला कर कर्मचारियों का मनोबल नहीं तोड़ सकती। यूनियन नेताओं के अनुसार परिवहन विभाग हरियाणा की जनता की सार्वजनिक संपत्ति है तथा सरकार इसे उजाड़ने की कोशिश करेगी तो जनता व कर्मचारियों को बिलकुल बर्दाश्त नहीं है।