गया। बिहार में गया शहर के दुर्गाबाड़ी मोहल्ला स्थित दुर्गा बाड़ी मंदिर का भंडारा अपने आप में अनूठा है। दुर्गा बाड़ी मंदिर में पश्चिम बंगाल की तर्ज पर बांग्ला रीति-रिवाज से मां दुर्गा की पूजा होती है। पूरे शहर से लोग इस मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। शारदीय नवरात्र के सप्तमी तिथि से तीन दिनों तक चलने वाला भंडारा आज से शुरू हो गया। इस भंडारे में हजारों की संख्या में महिला-पुरुष शामिल हुए। गया दुर्गाबाड़ी समिति के सचिव विश्वनाथ चौधरी ने बताया कि यहां का भंडारा काफी अलग होता है। तीन दिनों तक यहां भंडारा चलता है।
भंडारे में प्रसाद के रूप में खिचड़ी, खीर, हलवा, सब्जी सहित अन्य कई व्यंजन बनाए जाते हैं। पूरी पवित्रता और शिद्दत के साथ प्रसाद को बनाया जाता है जिसे श्रद्धालु भक्ति भाव से ग्रहण करते हैं। चौधरी ने बताया कि कई श्रद्धालु प्रसाद को मिट्टी की हांडी में अपने घर भी ले जाते हैं। सप्तमी के दिन 7 तरह के व्यंजन, अष्टमी के दिन 8 तरह के व्यंजन और नवमी के दिन 9 तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं, जो मां को भोग लगाया जाता है। भंडारे में प्रतिदिन लगभग 10 हजार की संख्या में श्रद्धालु यहां आकर भंडारे में प्रसाद ग्रहण करते हैं। उन्होंने बताया कि कई वर्षों से लगातार इस तरह का आयोजन हो रहा है जिसमें शहर के लोगों का भरपूर सहयोग मिलता है।