गिर। गिर अभयारण्य में एक ही जगह से पिछले 10 दिनों के दौरान 11 मरे हुए शेर मिलने से वन्यजीव संरक्षकों की पेशानी पर बल पड़े हुए हैं। गिर अभयारण्य एशियाई शेरों का अकेला ठिकाना है, क्योंकि अब दुनिया भर में इस प्रजाति का इस तरह का कोई घर नहीं रह गया है। इससे पहले तीन शेरों के अवशेष मिले थे खोजबीन करने पर यह आंकड़ा 11 तक पहुंच गया।
सूत्रों के मुताबिक ये संख्या बढ़ भी सकती है। इस अंदेशे पर वन विभाग के अधिकारी अभयारण्य में छानबीन भी कर रहे हैं। गिर पूर्वी डिविजन के उप वन संरक्षक पी पुरुषोत्तमा ने 10 शेरों के मरने की पुष्टि की। उन्होंने बताया दलखानिया इलाके से तीन शेरों के अवशेष मिले हैं। ये खराब हालत में हैं और अभी हम जांच कर रहे हैं कि कौन नर के हैं और कौन मादा। वन विभाग पूरे इलाके की भी जांच कर रहा है।
अभी तो लग रहा है कि ये शेर स्वाभाविक तौर से मरे हैं, फिर भी हम पूरी जांच कर रहे हैं। वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक शेरों के अवशेष से लग रहा है कि वे एक से सात साल के बीच की आयु के होंगे।