चंडीगढ़। पंजाब पर्यटन एवं सांस्कृतिक मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने आज कहा कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये विरासत-ए-खालसा को पर्यटन हब के तौर पर विकसित करने के साथ ही आनंदपुर साहिब में श्रद्धालुओं और सैलानियों के लिये बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी। सिद्धू ने आनंदपुर साहिब फाउंडेशन की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विरासत-ए-खालसा में दुनिया के कोने-कोने से बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं ऐसे में वहां बजट होटल, फूड कोर्ट, दुकानें और ट्रांजिट आवासीय सुविधाएं विकसित जानी चाहिये। उन्होंने फाउंडेशन को इस सम्बंध में वास्तुकार से विस्तृत योजना तैयार कराने के निर्देश दिए ताकि वहां मौजूद लगभग 60 एकड़ भूमि पर ये सुविधाएं विकसित की जा सकें।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत राज्य की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाले स्थानों के विकास के लिए 99 करोड़ रुपए मंजर किए हैं जिसमें से 29 करोड़ रुपए केवल आनंदपुर साहिब के चहुंमुखी विकास पर खर्च किये जाएंगे। आनंदपुर साहिब को नैना देवी के साथ रोप-वे से जोड़ने के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए श्री सिद्धू ने कहा कि वह इस सम्बंध में हिमाचल प्रदेश के अपने समकक्ष के साथ बात करेंगे जिससे इस परियोजना में तेजÞी लाई जा सके और इस क्षेत्र का पर्यटन की दृष्टि से पूरा इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने आनंदपुर साहिब को दरबार साहिब-अमृतसर की हेरिटेज स्ट्रीट की तर्ज पर विकसित करने की जÞरूरत पर देते हुए पर्यटन विभाग के सचिव को इस सम्बंध में एक विस्तृत योजना तैयार करने के निर्देश दिये और यह सुनिश्चत करने के लिये कहा कि वहां सभी इमारतें, दुकानें और ढांचे एकसमान हों।
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि विरासत ए खालसा अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर अपनी एक खास पहचान दर्ज करा चुका है तथा गत सात वर्षों में यहां 92,60,564 सैलानी आ चुके हैं। बैठक में सहकारिता एवं जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, अतिरिक्त मुख्य सचिव(राजस्व) विन्नी महाजन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव तेजवीर सिंह, पर्यटन विभाग के सचिव विकास प्रताप तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।