जालंधर। पंजाब रोडवेज परिवहन तथा पनबस के कर्मचारी आज अपनी मांगों को लेकर एक दिन की हड़ताल पर चले गये। रोडवेज की 1700 बसों के नहीं चलने से राज्य में लाखों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
पंजाब रोड़वेज कर्मचारी यूनियनों की संयुक्त कार्रवाई समिति के संयोजक मंगत खां ने बताया कि राज्य सरकार बस परिवहन में सक्रिय माफिया पर लगाम लगाने में असफल रही है जिसके कारण रोड़वेज को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया चुनाव से पूर्व कांग्रेस ने राज्य से ट्रांस्पोर्ट माफिया को खत्म कर अवैध रूप से दौड़ रही बसों को रोकने का वादा किया था लेकिन सरकार बनने के नौ माह पश्चात अभी तक माफिया पर रोक नहीं लगा पाई है।
उन्होंने कहा कि बस रूट परमिट जारी करने में पूर्व अकाली भाजपा गठबंधन की सरकार द्वारा की गई नियमों की अवहेलना के मद्देनजर कांग्रेस सरकार ने लगभग 12210 बसों के परमिट रद्द करने का बयान दिया था लेकिन आज तक एक भी परमिट रद्द नहीं किया जा सका है।
खां ने कहा कि कार्रवाई समिति ने 22 जनवरी को सरकार को ज्ञापन दिया था लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा राज्य सरकार के मुख्य सचिव के साथ 16 फरवरी को भी बैठक हुई थी लेकिन कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकला जिसके कारण आज 24 घंटे के लिए चक्का जाम करना पड़ा।