बगहा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि उनकी सरकार भारत-नेपाल सीमा से लगे पश्चिम चंपारण जिले के घने जंगलों में बसे थारु जनजातियों के विकास के लिए कृतसंकल्प है। कुमार ने यहां पश्चिम चंपारण जिले के बगहा-2 प्रखंड के बिन वालिया ग्राम में आयोजित भारतीय थारु कल्याण महासंघ के 40वें महाधिवेशन का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि नेपाल सीमा से लगे घने जंगलों में रहने वाले थारू जनजातियों के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा थरुहट क्षेत्र विकास प्राधिकरण के तहत अब तक 125 करोड़ रुपए की विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है।
इन योजनाओं के तहत पूरे थरुहट में पांच कन्या आवासीय विद्यालयों समेत अन्य कई महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने नारी सशक्तिकरण की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में लड़कियों के जन्म, टीकाकरण, पढ़ाई एवं शादी आदि के लिए सरकार प्रोत्साहन राशि दे रही है। थारू जनजातियों द्वारा अलग से विशेष आरक्षण की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 2021 के जनगणना के बाद जनसंख्या के आधार पर समीक्षा कर नया फैसला किया जाएगा।