पटना। बिहार सरकार ने तलाकशुदा महिलाओं के गुजारा भत्ता में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। इस फैसले की जानकारी बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में दी। मोदी ने कहा कि पहले यह गुजारा भत्ता 10 हजार रुपए था, अब इसे बढ़ाकर 25 हजार रुपए करने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने तीन तलाक और तलाकशुदा महिलाओं के भरण पोषण के लिए संसद में पेश होने वाले संभावित बिल का राजनीतिक दलों मुस्लिम समाज के प्रगतिशील लोगों से समर्थन की अपील की है।
बता दें कि जब 2005 में बिहार में एनडीए की सरकार थी तब तलाकशुदा महिलाओं को गुजारा भत्ता देने की शुरूआत की गई थी। 22 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने एक साथ तीन तलाक देने की प्रथा को असंवैधानिक घोषित कर दिया था।
इसके अलवा मोदी ने घोषणा की है कि राज्य सरकार मदरसों से अच्छे अंकों से पास करने वाले 10वीं 12वीं के छात्रों को छात्रवृति देगी। मान्यता प्राप्त मदरसों को पेयजल, शौचालय, पुस्तकालय, कम्प्यूटर आदि की व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाएगी।
साथ ही उन्होंने कहा- संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण की अनुमति नहीं देता। बिहार में 27 ऐसी जातियां हैं, जिनमें हिन्दू-मुसलमान दोनों हैं और उन्हें आरक्षण का लाभ मिल रहा है।