सिरसा। साध्वियों से यौन शोषण के मामले में 20 साल के सजायाफ्ता गुरमीत राम रहीम सिंह के डेरा सच्चा सौदा की जमीन और खेतों में लोगों की अस्थियां दफन हैं। यह खुलासा मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी द्वारा ढाई घंटे पूछताछ के दौरान डेरे के वाइस चेयरमैन डॉ. पीआर नैन ने किया है। नैन ने बताया कि 500 से ज्यादा अस्थियां दबाने के बाद उन पर पेड़-पौधे इसलिए रोपित किए जाते रहे हैं। इसके अलावा भी डॉ. नैन ने कई राज पुलिस के सामने खोले, लेकिन अभी संतुष्ट नजर नहीं आ रही।
सिरसा। साध्वियों से बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के डेरे की जमीन और खेतों में लोगों की अस्थियां दफन है। डेरे की छानबीन के लिए गठित स्पेशल इन्वेस्टिगनेशन टीम कई लोगों से लगातार पूछताछ कर रही है। इस बीच SIT की पूछताछ में डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ.पीआर नैन ने बड़ा खुलासा किया है।
नैन ने SIT को जो जानकारी दी है कि डेरे की जमीन में 600 लोगों के नरकंका दबे हुए है। इससे जुड़े सारे रिकॉर्ड नैन ने SIT को सोप दिया। नैन ने खुलासा किया कि जर्मन वैज्ञानिक की सलाह थी कि जमीन में अस्थिया होंगी तो उससे उपजाऊ क्षमता बढ़ेगी। इताना ही नहीं उसने मेडिकल कॉलेज पर खुलासा किया कि डेरे ने निजी मेडिकल कॉलेज में शव नहीं भेजे, अनुयायियों ने खुद भेजे थे। नैन ने यह दावा भी किया कि हनीप्रीत को विपश्यना ने बुलाया था, लेकिन उससे कोई संपर्क नहीं हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार डेरे में जो खेती होती है, उसकी जिम्मेदारी नैन की होती है। ऐसे में पुलिस ने उससे पूछा कि क्या डेरे के पेड़ पौधों के नीचे नरकंकाल दबे हैं? इस पर उसने जवाब दिया कि डेरा अनुयायियों का यह मानना था कि अगर उनका शव डेरे में ही दफन किया जाएगा तो उन्हें मोक्ष मिलेगा। अनुयायियों की इच्छा के कारण प्रबंधन ने एक वैज्ञानिक से सलाह ली थी। उसने भी कहा था कि अस्थिया में फास्फोरस होती है, जो जमीन के उपजाऊ होने की शक्ति कई गुणा बढा देगी।
नैन के अनुसार दर्जन वैज्ञानिक की सलाह पर डेरा अनुयायियों के अस्थियों को डेरे की जमीन में ही दबाना शुरू किर दिया गया। वहीं हनीप्रीत के सवाल पर नैन ने कहा कि 25 अगस्त की रात विपश्यना ने हनीप्रीत को डेरे में बुलाया। मुझे पता है कि हनीप्रीत आई थी, लेकिन मेरी उसकी बात नहीं हो पाई।
मिली जानकारी के मुताबिक SIT की और से पछे जा रहे सवालों पर नैन खझ रहा था। वो सवाल झेल नहीं पा रहा था। पेशे से डॉटर 76 वर्षी नैन ने कहा कि वो हार्ट पेशेंट है, शुगर का मरीज है। उससे SIT ने करीब 50 सवाल पूछे थे, जिनमें से वो आधे जवाब ही दे पाया।