पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने एनडीए में शामिल होने का फैसला कर लिया है। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जेडीयू की बैठक में एनडीए में शामिल होने का प्रस्ताव पारित हो गया है। इस बैठक में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित तमाम वरिष्ठ नेता शामिल हुए। आपको बता देें कि महागठबंधन से अलग होने के बाद नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। फिर जेडीयू की बिहार इकाई के सर्वसम्मत फैसले के बाद एनडीए के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाई।
समर्थकों ने CM आवास घेरा
वहीं शरद के बागी रुख के बाद उनके समर्थकों में भी आक्रोश है उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास का घेराव करते हुए जबरदस्त हंगामा किया। जिसके बाद काफी संख्या में पुलिस को मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा में तैनात किया गया। इस दौरान शरद समर्थकों के साथ राजद समर्थक भी मौजूद रहे।
लालू यादव ने सुशील मोदी पर निशाना साधा
वहीं इस लड़ाई में उनका साथ दे रहे राजद सुप्रीमो लालू यादव ने उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी पर निशाना साध दिया है। लालू ने सुशील पर तंज कसते हुए कहा कि वह वह भारी लुटेरा है, अनाप शनाप बाते करता है, हाफ पैंट पहनता था तब से जानता हूं। लालू ने आरोप लगाया कि घोटाले में अपनी जान बचाने के लिए ही दोनों ने पीएम मोदी के सामने अपनी नाक रगड़ी है।
नीतीश-शरद समर्थक भिड़े
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद दोनों गुट के समर्थकों को अलग किया जा सका। सीएम हाउस में हो रही इस बैठक के बाद ही पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक आज पटना में होने वाली है। इसके अलावा पार्टी का खुला अधिवेशन भी आज ही होने वाला है। शनिवार को हो रही इन बैठकों के बाद जेडीयू का राष्ट्रीय स्तर पर एनडीए में शामिल होने का औपचारिक एलान किया जायेगा। सीएम नीतीश कुमार के आवास और उनकी ही अध्यक्षता में होने वाली राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के राजनीतिक व सांगठनिक प्रस्तावों को भी मंजूरी दी जायेगी।
शरद यादव ने बुलाई जन अदालत
एक तरफ जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही होगी। ठीक उसी वक्त शरद यादव अलग से अपने गुट के साथ बैठक कर रहे होंगे। नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ चले जाने से नाराज शरद यादव ने आज जन अदालत बुलाई है। इस सम्मेलन में शरद यादव के अलावा अली अनवर और अरुण श्रीवास्तव शामिल होंगे।
मोदी मंत्रिमंडल में मिल सकती है जगह
इस तरह चार साल बाद जदयू एक बार फिर एनडीए का हिस्सा बनने जा रही है। उससे पहले 17 साल तक यह एनडीए का हिस्सा थी लेकिन 2013 में नरेंद्र मोदी को जब बीजेपी की तरफ से पीएम पद का उम्मीदवार बनाया गया तो विरोध में जदयू, एनडीए कैंप से बाहर हो गया था। अब एनडीए में शामिल होने के साथ ही इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी के अगले कैबिनेट विस्तार में जेडीयू को भी जगह मिल सकती है और इसके कोटे से दो मंत्रियों को बनाया जा सकता है।