पटना। नेपाल के पर्वतओं पर हो रही लगातार बारिश से बिहार में गंगा समेत सभी प्रमुख नदियों के बेकाबू होने से राज्य के 14 जिलों में आई बाढ़ की स्थिति यथावत बनी हुई है और इसमें मरने वालों की संख्या बढकर 98 पर पहुंच गई है।
92 लाख लोग प्रभावित
NDRF सूत्रों ने बताया कि बाढ़ के कारण पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, कटिहार, मधेपुरा, सुपौल, पूर्वी एवं पश्चिम चंपारण, दरभंगा, मधबुनी, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर और सारण जिलों के 110 प्रखंड में करीब 92 लाख लोग प्रभावित हुए है।
बचाव एवं राहत कार्य जारी
सेना के साथ NDRF टीम लगातार राहत कार्य में जुटी हुई है। इन 14 जिलों में NDRF की 27 टीम के 1110 जवान अपनी 114 नौकाओं और NDRF की 16 टीम के 446 जवान अपनी 92 नौकाओं तथा 630 जवान एवं 70 नौकाओं के साथ सेना की सात कंपनियां 24 घंटे राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं। वहीं डॉक्टरों की टीम भी प्रभावित इलाकों में लगी हुई है।
3 लाख लोगों को सुरक्षित बचाया
प्रभावित इलाकों से अबतक 3 लाख लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। पीड़ितों की सहायता के लिए सुरक्षित स्थानों पर 504 राहत शिविर चलाओ जा रहे हैं। विभिन्न राहत कैम्पों में एक लाख 70 हजार लोग शरण लिए हुए हैं।
सूत्रों ने बताया कि राहत शिविरों में मुफ्त भोजन की व्यव्स्था की गई है। इसी तरह स्कूलों और कॉलेजों में भी अस्थाई कैम्प बनाया गया है जहां बड़ी संख्या में पीड़ित लोग शरण लिए हुए है।
इस बीच मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के पूर्वानुमान में कहा है कि बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की से साधारण वर्षा होने की संभावना है।