बेंगलुरू। कर्नाटक में इन दिनों स्थिति बिल्कुल विपरीत नजर आ रही है। कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर का इस्तीफा राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है। और इसके साथ ही मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 3 रिक्त पदों को भरने के लिए कैबिनेट विस्तार के संकेत दे दिए है। वहीं कोई भी मौजूदा मंत्री गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता। इसकी वजह अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है और ऐसे में कोई इस जोखिम वाले मंत्रालय की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता है।
सरकार के बीच इस बात को लेकर खुसर-फुसर हो रही है कि आखिर गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी कौन लेगा। सीएम अपने दो भरोसेमंद बेंगलुरू विकास मंत्री के.जी.जॉर्ज और लोक निर्माण मंत्री एच.सी.महावेदप्पा को यह जिम्मेदारी देना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि इन दोनों ने भी इस पद के लिए रूचि नहीं दिखाई है।
कैबिनेट विस्तार पर एक सहयोगी ने कहा सिद्धारमैया अधिकांश पदों पर फेरबदल करना चाहते हैं। लेकिन कुछ अपने पद पर बने रहेंगे वहीं 2018 विधानसभा चुनाव को देखते हुए तीन पदों को भरने के लिए जाति समीकरण पर भी नजर रखी जाएगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया दलित, कुरूबा और लिंगायत समुदाय के लोगों को इन पदों पर देखना चाहते हैं।