चेन्नई। अन्नाद्रमुक के विरोधी धड़ों के विलय को लेकर बातचीत के बीच तमिलनाडु सरकार के कई वरिष्ठ मंत्रियों ने सोमवार देर रात यहां बैठक की। बाद में इन मंत्रियों ने विरोधी गुट के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम के विलय संबंधी प्रस्ताव का स्वागत किया और इस प्रस्ताव पर आगे बढ़ने का फैसला किया। वहीं माना जा रहा है कि आज इस पर कोई अहम फैसला हो सकता है और विलय की घोषणा पर मुहर लग सकती है।
शशिकला खेमें में विद्रोह की अटकलें
पार्टी के हवाले से मीडिया में यह खबरें चल रही हैं कि शशिकला खेमे में बगावत हो सकती है। खासकर दिनाकरन के खिलाफ दिल्ली में एफआईआर दर्ज होने के बाद। बता दें कि दिनाकरन के खिलाफ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज किया है। दिनाकरन पर आरोप है कि उन्होंने तमिलनाडु की आर.के.नगर असेंबली सीट के उपचुनाव के लिए AIADMK के चुनाव चिन्ह 'दो पत्तियों' को हासिल करने के लिए चुनाव आयोग के एक अधिकारी को रिश्वत देने की पेशकश की है।
AIADMK में कब बन थे दो गुट
जयललिता की मौत के 65वें दिन AIADMK में बगावत हो ही गई थी। दरअसल जयललिता ने अपनी तबीयत खराब होने के बाद पन्नीरसेल्वम को राज्य का सीएम बनाया था। जब जयललिता का निधन हो गया तब शशिकला खेमा सक्रिय हुआ और पन्नीरसेल्वम को इस्तीफा देना पड़ा। इस बीच शशिकला को पार्टी का जनरल सेक्रेटरी बना दिया गया।
पन्नीरसेल्वम ने खालो था मोर्चा
इसी के बाद पन्नीरसेल्वम ने शशिकला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने दावा किया था- "मुझसे जबर्दस्ती इस्तीफा लिया गया। अगर तमिलनाडु के लोग चाहेंगे तो मैं इस्तीफा वापस लेने को तैयार हूं।" उन्होंने बताया था कि मुझे पोएस गार्डन बुलाया। वहां पार्टी नेताओं ने कहा कि शशिकला को सीएम बनाने के लिए इस्तीफा दे दूं। इससे पहले वे करीब 40 मिनट तक जयललिता की समाधि पर मौन बैठे रहे थे। बाद में हाई ड्रामा के बीच शशिकला खेमा ने विधानसभा में अपना बहुमत साबित किया था।