आंध्र प्रदेश। वैसे तो भारत की राजनीति में वंशवाद काफी लम्बें समय से चला आ रहा है। अब उस वंशवाद में एक और नया नाम जुड़ने जा रहा है। जी हां, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के पुत्र जल्द ही उनके मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते है।
राज्य सरकार के सुत्रों की माने तो ''अप्रैल के पहले सप्ताह में मंत्रिमंडल में फेरदबदल हो सकता है। इस फेरबदल के द्वारा लोकेश को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।'' प्रदेश के मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने से तेलुगू देशम पार्टी के महासचिव लोकेश देश के तमाम वंशवाद राजनीति में शामिल हो जाएंगे। वे समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, तेलंगाना मंत्री के टी रामा राव और द्रमुक के एमके स्टालिन की जमात में शामिल हो जाऐंगे।
सूत्रों ने बताया, ‘‘लोकेश को ऐसा विभाग दिया जा सकता है जिससे वे जनता के साथ करीबी से काम करेंगे और जमीनी स्तर पर अपनी क्षमता साबित करेंगे।’’ लोकेश के लिए उद्योग, पंचायत राज या नगरपालिका प्रशासन जैसे कुछ विभागों को सूचीबद्ध किया गया है।’’
पार्टी सुत्रों की माने तो तयशुदा फेरबदल में जातिगत समीकरण के आधार पर कुछ लोगों को शामिल किया जाएगा और हटाया जाएगा क्योंकि पार्टी नेतृत्व कुछ मंत्रियों के कामकाज से संतुष्ट नहीं है।
बता दें कि, स्टैनफोर्ड यूनीवर्सिटी से व्यवसाय में स्नातक 34 वर्षीय लोकेश राव इस महीने के शुरू में विधान परिषद के सदस्य चुने गए थे। उन्हें वर्ष 2009 में पार्टी के चुनावी घोषणापत्र में ‘नकद अंतरण योजना’ को क्रियान्वित करने का श्रेय दिया जाता है।