जम्मू। जम्मू-कश्मीर में भारी संख्या में युवाओं के नशीले पदार्थों की चपेट में आने के मद्देनजर गैर सरकारी संगठन टीम जम्मू ने यहां नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के तत्काल गठन और पीड़तिों के लिए एक पूर्ण विकसित पुनर्वास केंद्र स्थापित करने की मांग की है। टीम जम्मू के अध्यक्ष जोरावार सिंह जामवाल ने गुरूवार को यहां कहा, जम्मू कश्मीर में विशेषकर जम्मू प्रांत में पिछले कुछ वर्षों में नशीले पदार्थों का सेवन करने करने वालों की संख्या खतरनाक तरीके से बढ़ रही है और नार्को-आतंकवाद के तौर पर इसे सबसे खतरनाक खतरा है। जामवाल ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में बड़े शहर और कस्बों में इस खतरनाक स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ड्रग माफियों से छोटे गांव भी अछूते नहीं रहे हैं और ये जो पूरे प्रदेश में अपना नेटवर्क फैलाए हुए हैं।
युवा और विभिन्न आयु वर्ग के लोगों के अलावा नशा पीड़तिों का एक बड़ा हिस्सा स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्र हैं ड्रग माफिया को उन तक पहुंचना बहुत आसान है। ड्रग माफिया का दसवीं कक्षा से नीचे के छात्रों तक पहुंचना काफी आसान लक्ष्य है और चौंकाने वाली दर पर छोटे बच्चे इस रासायनिक जहर के आदी होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न घटनाओं और अभ्यावेदन के बावजूद संबंधित एजेंसियों ने जानबूझकर इस गंभीर मुद्दे को नजरअंदाज कर दिया है जो जम्मू के लोगों के प्रति सौतेले व्यवहार दर्शाता है कि सरकार उनके बारे में सजग नहीं है और नशीली दवाओं की लत के गंभीर मुद्दे के प्रति चुप्पी साधे हुए हैं।