बेलग्रेड। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में भारतीय संसदीय शिष्टपमंडल सर्बिया के बेलग्रेड में आयोजित अंतर संसदीय संघ की 141वीं बैठक में भाग लिया। बिरला ने राजनीतिक विचारों के आदान-प्रदान के लिए एक उच्च स्तरीय आईपीयू मंच, 'शासन के संबंध में अध्योक्षीय संवाद' में भाग लिया। उन्होंने विकास और अर्थव्यवस्था पर अध्यक्षीय संवाद के ब्रेक आउट सत्र पर एक वक्तव्य दिया। भारत की विकास गाथा और विभिन्न महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतकों के संबंध में इसकी उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने प्रभावी रूप से विकास और अर्थव्यवस्था के मुद्दों पर भारतीय परिप्रेक्ष्य को रखा। कांग्रेस के लोकसभा सांसद शशि थरूर सुरक्षा संबंधी अध्यवक्षीय संवाद के दूसरे ब्रेक-आउट सत्र में एक पैनलिस्ट के रूप में आमंत्रित किए गए थे।
बैठक की कार्यवाही भारत द्वारा प्रस्तावित जलवायु परिवर्तन संबंधी आपातकालीन मद पर प्रतिभागी देशों द्वारा की गई चर्चा से प्रारंभ हुई। युगांडा, भूटान, फिजी, चिली, बांग्लादेश, ब्राजील आदि जैसे कई देशों ने चर्चा में भाग लिया और जलवायु परिवर्तन पर आपातकालीन मद के रूप में संकल्पश लाने के लिए भारत की पहल की सराहना की। चर्चा का समापन करते हुए थरूर और भारतीय शिष्टिमंडल के सदस्य ने जलवायु परिवर्तन पर भारत के प्रस्ताव की तत्काल आवश्यकता और औचित्य पर प्रकाश डाला। जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए विकसित देशों से नेतृत्व करने का आग्रह करते हुए उन्होंने जलवायु परिवर्तन की चुनौती का सामना करने के लिए सामूहिक वैश्विक कार्रवाई का आव्हान किया।
बैठक के दौरान बिरला ने ईरान की संसद के अपने समकक्ष से भी भेंट की। दोनों नेताओं ने पारस्परिक हित के द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। सांसद राम कुमार वर्मा, कनिमोझी करुणानिधि और सस्मित पात्रा ने आईपीयू की 130वीं वर्षगांठ के अवसर पर बैठक के विशेष सत्र में भाग लिया। सांसद भारतीबेन धीरूभाई श्याल ने स्वास्थ्य पर आईपीयू सलाहकार समूह की बैठक में भाग लिया। शांति और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी स्थायी समिति ने 'एक परमाणु हथियार-मुक्त विश्वत' पर आईपीयू के पहले के संकल्पि के अनुवर्तन में एक पैनल चर्चा का आयोजन किया। कनिमोझी ने इस पैनल की चर्चा में भाग लिया।