चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा है कि सिखों के प्रति अमानवीयता तथा भेदभाव वाली काली सूचियों को समाप्त करके केन्द्र सरकार ने जो दूरदर्शिता दिखाई है, उससे देश के संघीय ढांचे को मजबूती मिलेगी। बादल ने आज यहां कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से इस बात की खुशी होती यदि सज्जन कुमार जैसे सिखों के कातिलों को सजा देने वाले निर्णय कांग्रेस की पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह सरकार के समय में लिए जाते। शिअद को इसका श्रेय लेने की जरूरत नहीं क्योंकि शिअद राजग सरकार का हिस्सा है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने डा0 मनमोहन सिंह को उनके प्रधानमंत्रित्वकाल में कई बार काली सूचियों को समाप्त करने के लिए कहा था लेकिन कुछ नही हुआ। एनडीए सरकार के इस निर्णय के लिए श्रेय लेने की दौड़ में भाग लेने से इंकार करते हुए उन्होंने कहा कि इस निर्णय का श्रेय लेना मुझे या शिअद को अच्छा नहीं लगेगा क्योंकि हम राजग सरकार में सहयोगी हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब तथा खासतौर पर देश भक्त सिखों से संबधित सभी मसलों पर हमेशा मुझसे व्यक्तिगत तौर पर सलाह मशविरा करते रहते हैं। लोग शायद भूल गए हों, लेकिन मोदी जी ने 2013 में अहमदाबाद में हुए एक अंतरराष्ट्रीय समागम में बहादुर तथा देश भक्त सिख भाईचारें का सम्मान बहाल करवाने के लिए सार्वजनिक तौर से वादा किया था।