मदिकेरी। कर्नाटक के कोडागु जिले में मानसून के कमजोर पड़ने तथा पानी के स्तर में तेजी से गिरावट से बाढ़ की स्थिति में तेजी से हो रहे सुधार के कारण विराजपेट के चार राहत केंद्रों को छोड़ अन्य सभी केंद्रों को बंद कर दिया गया है। इस वर्ष आए बाढ़ से जिले में सबसे गंभीर रूप से प्रभावित तालुकों में विराजपेट भी शामिल था। यहां स्थित चार केंद्रों में 37 परिवारों के 187 लोग शरण लिये हुए हैं।
सोमवारपेट तालुक के होशाल्ली गांव में एक और क्षतविक्षत शव पाये जाने के साथ ही जिले में बाढ़ एवं भूस्खलन की घटनाओं में मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गयी है। शव की पहचान अप्पू के रूप में की गयी है जो पिछले 15 दिनों से लापता था। पुलिस ने पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद शुक्रवार को शव को उसके परिजनों को सुपुर्द कर दिया। थ्यौरा गांव के चार लोग अब भी लापता हैं और उनके भी नौ अगस्त को हुए भूस्खलन के मलबों में दबने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
जिला प्रशासन बारिश और बाढ़ से प्रभावित 4148 लोगों को कपड़ों तथा घर के अन्य सामानों की खरीद के लिए 10-10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देगा। दस हजार रुपये के चेक के साथ भोजन का एक-एक पैकेट भी बाढ़ प्रभावितों को वितरित किया जा रहा है तथा इस प्रक्रिया के शनिवार को पूरा हो जाने की उम्मीद है।