जींद। हिमाचल प्रदेश के सोलन में रविवार को इमारत गिरने की दुर्घटना में मारे गये सूबेदार बलविंदर सिंह का आज यहां अंतिम संस्कार सेना के जवानों की सलामी देकर किया गया। जींद की रामबीर कॉलोनी के निवासी असम राइफल में तैनात सूबेदार का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर आज दोपहर लगभग दो बजे उनके घर पहुंचा और बाद में स्वर्ग आश्रम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। जिला प्रशासन की तरफ से तहसीलदार कर्ण सिंह पहुंचे तथा शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
बलविंदर सिंह को उनके नौ वर्षीय बेटे जतिन ने मुखाग्नि दी। हिसार से सेना के नायक सूबेदार डिंपल कुमार ने उनकी पत्नी मोनिका को तिरंगा भेंट किया। बलविंदर सिंह के परिवार में पत्नी मोनिका, बेटियां रोहिणी और कुसम तथा एक बेटा जतिन हैं। उससे पूर्व उनकी अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए। 48 वर्षीय सूबेदार इस समय हेड क्लर्क के रूप में तैनात थे तथा चार महीने में सेवानिवृत्त होने वाले थे। रविवार शाम को वह सोलन के एक रेस्तरां में अपने अन्य साथी जवानों के साथ बैठे चाय पी रहे थे जब अचानक चार मंजिला इमारत जिसमें रेस्तरां था, गिर गई। दुर्घटना में 13 जवानों समेत 14 लोगों की मौत हुई है और कई अन्य घायल हुए हैं।